स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: क्या कभी आप सोच भी सकते हैं कि मरे हुए व्यक्तियों से बात करना संभव है, शायद नहीं। लेकिन वैज्ञानिकों ने अब इस असंभव को संभव कर दिया है। अब विज्ञान ने दुनिया का सबसे बड़ा चमत्कार कर डाला है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, अब विज्ञान और तकनीकि के बल पर आप भी अपने मरे हुए पूर्वजों से आमने-सामने बैठकर बात कर सकते हैं।
यह डिजिटल आफ्टरलाइफ़ उद्योग की वजह से संभव हो गया है, जो तेजी से विकसित हो रहा है। कई कंपनियां मृत व्यक्तियों के डिजिटल पदचिह्नों के आधार पर उनका आभासी पुनर्निर्माण करने का वादा करती हैं। हालांकि यह तकनीकि सुविधा के साथ खतरे भी लेकर आई है। यथार्थवाद का उच्च स्तर वास्तविकता और अनुकरण के बीच की रेखा को धुंधला कर सकता है। यह उपयोगकर्ता के अनुभव को बढ़ा सकता है, लेकिन भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक संकट भी पैदा कर सकता है।