गरीब घर में पैदा होने से लेकर राष्ट्रपति बनने तक का सफर
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स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म 5 सितंबर 18 को तमिलनाडु के तिरुत्तानी में एक गरीब ब्राह्मण परिवार में हुआ था। वह बचपन से ही प्रतिभाशाली थे। वह अपने जीवन में कभी भी किसी भी परीक्षा में दूसरे स्थान पर नहीं रहे हैं। गरीबी ने उसे कभी नहीं रोका।
उन्होंने 1905 में मद्रास क्रिश्चियन कॉलेज से दर्शनशास्त्र में स्नातक किया। 1917 में उन्होंने मैसूर विश्वविद्यालय में पढ़ाया। 1931 में उन्हें ब्रिटिश नाइटहुड से सम्मानित किया गया। 1952 में, वह स्वतंत्र भारत के पहले उपराष्ट्रपति बने। 1954 में उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया गया। 1972 में वे भारत के दूसरे राष्ट्रपति बने।