राहुल तिवारी, एएनएम न्यूज़, सालानपुर: चित्तरंजन का नटवरलाल मुन्ना डोम उर्फ एमके सिंह जो खुद को कभी पत्रकार, कभी पुलिस, कभी मजिस्ट्रेट, तो कभी मानवाधिकार का कार्यकर्ता बता कर लोगों को नौकरी देने के नाम पर लाखो की ठगी समेत चोरी एंव अन्य गतिविधियों में शामिल है। बताया जाता है कि मुन्ना फर्जी सिम कार्ड, फर्जी प्रेस कार्ड, फर्जी पुलिस पहचान पत्र, फर्जी मानवाधिकार परिचय पत्र का इस्तेमाल कर लोगो से पैसे वशूली करता था। चित्तरंजन के नटवरलाल को झारखंड पुलिस ने गिरफ्तार किया था, आरोपी को चित्तरंजन थाना की पुलिस ने दुमका कोर्ट से 7 दिन के रिमांड पर लिया है। चित्तरंजन पुलिस थाना क्षेत्र के साइकिलों की चोरी एंव सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर लोगो से लाखों रुपये की ठगी करने को लेकर मुन्ना से पूछताछ कर रही है। मुन्ना डोम करीब सात साल से चित्तरंजन के बेस रोड इलाके में रह कर चित्तरंजन एंव मिहिजाम के लोगों को अपना शिकार बना रहा था जबकि उसका परिवार मिहिजाम हांसीपहाड़ी इलाके में रह रहे थे।
बताया जा रहा है कि वह लम्बे समय तक चितरंजन शमसान घाट पर शवों के अंतिम संस्कार समारोह के दौरान डोम का काम कर चुका है। मुन्ना की गतिविधियों पर कुछ ग्रामीणों को शक हुआ जिसके बाद ग्रामीणों ने मुन्ना को पकड़कर मसलिया थाना की पुलिस के हवाले कर दिया। घटना की सूचना मिलते ही चित्तरंजन पुलिस भी मुन्ना की तलाश में मसलिया पहुंची और मुन्ना को दुमका न्यायालय से 7 दिनों की रिमांड पर चितरंजन ले आई। मुन्ना पर चित्तरंजन सिमजुरी रोड निवासी प्रिया कुमारी से 15 लाख रुपये, अरसाइड निवासी शालिनी शर्मा से रेलवे की नौकरी के नाम पर 10 लाख रुपये एंव अमलादही बाजार से मोबाइल की दुकान से 25 हजार रुपये का मोबाइल फोन लेकर फर्जी चेक बाउंस का मामला दर्ज है।