आम तोड़ने के दौरान हुई अनहोनी, एक युवक की मौत!

परिवार के एक सदस्य को ठेकेदार के अधीन नौकरी मिल गई, लेकिन चार महीने बीत जाने के बाद भी मनोज कुमार ने मृतक के परिवार को मुआवजे के लिए नकद राशि नहीं सौंपी है।

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Ankita Kumari Jaiswara
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टोनी आलम, एएनएम न्यूज़: इस साल 24 मई को जामुड़िया पुलिस स्टेशन के अंतर्गत एक कोलियरी के पिट मैनेजर मनोज कुमार ने कथित तौर पर अपनी कार के ड्राइवर शिवदानी दुशाद को एक आम के पेड़ पर आम तोड़ने के लिए मजबूर किया और आम तोड़ने के दौरान अनहोनी हो गयी, शिवदानी आम के पेड़ से गिर गया और उसकी मौत हो गयी। उसी समय कोलियरी परिसर में परिवार के सदस्यों और स्थानीय लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। इस मौके पर मृतक शिवदानी की पत्नी ने कहा कि अनुबंध के तहत परिवार के एक सदस्य को नौकरी और 5 लाख रुपये नकद मुआवजा देने का वादा किया गया था। परिवार के एक सदस्य को ठेकेदार के अधीन नौकरी मिल गई, लेकिन चार महीने बीत जाने के बाद भी मनोज कुमार ने मृतक के परिवार को मुआवजे के लिए नकद राशि नहीं सौंपी है। इसीलिए सोमवार की सुबह से मृतक शिवदानी की पत्नी और उनके परिजन बहुला कोलियरी साइडिंग में सभी प्रकार के परिवहन को बंद कर आरोपी पिट मैनेजर मनोज कुमार के आवास के सामने धरने पर बैठ गये। 

घटना के संबंध में बहुला पंचायत के उप प्रधान बीर बहादुर सिंह ने बताया कि शिवदानी दुशाद परिवार में अकेले कमाने वाले थे और उनके परिवार में तीन छोटे बच्चे हैं। पैसे के अभाव में उनकी पढ़ाई रुक गई है। उप प्रधान ने कहा कि वह इस मुद्दे पर ईसीएल अधिकारीयों से बात करेंगे और तृणमूल कांग्रेस असहाय महिला और उसके परिवार के साथ है और हमेशा साथ रहेगी। 

शिवदानी की पत्नी संजू ने कहा कि जब तक उन्हें मुआवजे की रकम नहीं मिल जाती, वे मैनेजर मनोज कुमार के घर के सामने पिट के सामने धरना जारी रखेंगी। हालांकि, पिट मैनेजर मनोज कुमार, जिनके खिलाफ शिकायत की गई थी, उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ लगाए गए सभी आरोप झूठे हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि वह मुआवजा क्यों देंगे? हालांकि, मनोज बाबू ने कहा कि वह मृतक शिवदानी के परिवार को मदद के लिए हमेशा तैयार हैं, लेकिन मुआवजे के तौर पर नहीं।