आम तोड़ने के दौरान युवक की मौत, मृतक की पत्नी ने ईसीएल अधिकारी पर लगाया आरोप

उन्होंने बताया कि बदली में काम करने का सिलसिला यहां पर बंद कर दिया गया है। वहीं लोगों द्वारा यह कहना कि जब तक मनोज कुमार आकर इस चीज का फैसला नहीं करते लाश को हटाया नहीं जाएगा। इस पर उन्होंने कुछ नहीं कहा। 

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Jagganath Mondal
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death mango brack.

A youth lost his life while plucking mangoes

टोनी आलम, एएनएम न्यूज़ : ईसीएल अधिकारी के घर में आम तोड़ने के दौरान एक युवक की गई जान। प्राप्त जानकारी के अनुसार लोयर केंदा कोलियरी के डिपो धौड़ा के रहने वाले शिवदानी दुसाध लोयर केंदा कोलियरी के सेफ्टी अधिकारी मनोज कुमार सिंह के घर में शुक्रवार की सुबह आम तोड़ने के लिए गए थे। आम तोड़ने के दौरान वह पेड़ से गिर गए एवं गंभीर रूप से घायल हो गए। मौके पर उपस्थित लोगों के द्वारा उन्हें दुर्गापुर के एक निजी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया। अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। इस बारे में लोअर केंदा के एजेंट विमल आचार्य ने कहा कि मनोज कुमार किसी काम से पटना गए हैं। हालांकि उन्होंने मनोज कुमार को पटना जाने से मना किया था लेकिन उनके घर में कोई आपातकालीन स्थिति पैदा हो गई है इसलिए उनको जाना पड़ा। उन्होंने इस बात से साफ इनकार किया कि यहां पर बदली में काम होता है। उन्होंने बताया कि बदली में काम करने का सिलसिला यहां पर बंद कर दिया गया है। वहीं लोगों द्वारा यह कहना कि जब तक मनोज कुमार आकर इस चीज का फैसला नहीं करते लाश को हटाया नहीं जाएगा। इस पर उन्होंने कुछ नहीं कहा। 

वही मृतक की पत्नी ने कहा कि मनोज कुमार सिंह ने उनके पति को सुबह उनके आवास में आम तोड़ने के लिए बुलाया था। उनके पति ने एक बार कहा भी था कि वह पेड़ पर चढ़कर आम नहीं तोड़ सकते लेकिन उनको मजबूर किया गया। उनकी पत्नी ने कहा कि मनोज कुमार सिंह उनके पति से अपने घर का काम करवाते थे, कहीं अगर जाना होता था तो उनके पति से ड्राइवर का भी काम करवाते थे। आज सुबह भी उनको बुलाकर उनके आवास के आम के पेड़ से आम तोड़ने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि मनोज कुमार सिंह की पत्नी ने उनके पति को कहा कि वह हाथ से आम तोड़े और आम नीचे गिरना नहीं चाहिए। जब उनके पति आम के पेड़ से गिर गए तब उनको जल्दबाजी में हेल्थ वर्ल्ड अस्पताल ले जाया गया। लेकिन वहां पर स्वास्थ्य साथी पर इलाज नहीं होने पर उन्हें आइक्यू सिटी ले जाया गया। यह सारी बातें फोन पर मनोज कुमार सिंह को बताई जा रही थी लेकिन वह उनके पति को देखने अस्पताल नहीं आ रहे थे। ड्राइवर नहीं होने का बहाना बना रहे थे। उनका साफ कहना है कि जब तक मनोज कुमार सिंह घटना स्थल पर नहीं आते तब तक वह अपने पति का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। उनके तीन छोटे-छोटे बच्चे हैं जब तक उनके भविष्य के बारे में कोई फैसला नहीं लिया जाता तब तक वह अपने पति का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। उन्होंने साफ कहा कि उनके पास इस बात का सबूत है कि मनोज कुमार सिंह नहीं उनके पति को आज सुबह आम तोड़ने के लिए बुलाया था।