टोनी आलम, एएनएम न्यूज़ : जामुड़िया (Jamuria) विधानसभा क्षेत्र अन्तर्गत तपसी रेलवे साइडिंग (Tapasi railway siding) मे मेहनत से कार्य करने वाले श्रमिको के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। शुक्रवार की दोपहर यहां पर कार्य करने वाले श्रमिक के द्वारा रेलवे साइडिंग मे खड़े एक रेल माल वाहन गाड़ी से यहां पर कुछ श्रमिक कच्चा माल अनलोडिंग कर रहे थे। यही माल यहां पर रहे सैकड़ों छोटे बड़े कारखाना में वाहनों से ले जाया जाता है। जिसके कारण सभी कारखाना सही रूप से चला करते है। लेकिन कल अचानक अनलोडिंग करने के समय वह माल गाड़ी पलट गई। जिसके कारण वह पर कार्य करने वाले छह श्रमिक का जीवन एक बड़ी दुर्घटना (Accident) होने से बाल बाल बच गये। जब शनिवार की सुबह यहाँ पर कार्य करने वाले श्रमिकों से उनके सुविधा असुविधा यहाँ पर कार्य करने के समय उन्हें क्या सुरक्षा दिया जा रहा है ओर उनको ठेकादारो के द्वारा उन्हें राज्य सरकार के निर्धारित बेतन सही रूप से मुहैया करवाया जा रहा है कि नही इसे लेकर जानकारी देते हुए दुलाल सहिसी राजा कुमार वर्मा एवं झंटु हेमरम इन तीनों श्रमिको ने बताया कि आज सुबह में फिर एक बड़ी घटनाएं घटने से बच गईं। जब आज सुबह में फिर से एक गाड़ी को खाली कर रहता था उस समय फिर उस रैल गाड़ी का चक्का भसक गया जिसके कारण उस गाड़ी में कार्य करने वाले सभी श्रमिक तुरंत निचे उतर गये ओर हमलोग यहां पर पिछले 15 सालों से कार्य कर रहे हैं लेकिन हमलोगो का ना ही पीएफ, इएसआइ बना है। सुरक्षा व्यवस्था में भी लापरवाही है। हमें जुता, टोपी, हाथ में दस्ताना एवं डस्ट से बचने के लिए हमें मास्क भी उपलब्ध करवाया नहीं जाता है। एक वागेन खाली करने में तकरीबन छह लोगों की जरूरत पड़ती है ओर हमे मात्र 1800 रूपये ही दिये जाते है। अगर आप लोगों के माध्यम से हमें ये सभी सुविधाएं उपलब्ध हो जाय तो हमलोगो के लिए बहुत ही अच्छा होगा। जब इसके बारे में टीएमसी (TMC) से संविधित आइएनटीटीइवसी श्रमिक संगठन ब्लाक दो के अध्यक्ष रामेश्वर भगत से बात की गई तो उन्होंने ने कहा कि कल यहां पर एक घटना घटित हुई थी, लेकिन 21जुलाई होने के कारण हम कल कोलकाता गए हुए थे। लेकिन अगर इस तपसी साइडिंग में इस सरकार में अगर इस तरह का अत्याचार अगर श्रमिको के साथ हो रहा है तो यह बहुत ही निंदनीय घटना है। आज यहां पर करखाने में 12 घंटे कार्य करवा कर 220 से 238 रूपये ही दिये जाते हैं जबकि राज्य सरकार (West Bengal Government) का निर्धारित बेतन 500 रूपये के आसपास है। श्रमिको को अपने परिवार चलाने के लिए उनका जो हक है उनको मिलना चाहिए। फिर भी हम जाकर देखेंगे कि उनके साथ ऐसा क्यों हो रहा है ओर इसके बारे में हम अपने उच्च अधिकारी को जानकारी देंगे।