टोनी आलम, एएनएम न्यूज: आसनसोल दक्षिण की विधायक अग्निमित्रा पाल (Agnimitra Pal) ने अपने विधानसभा के मंगलपुर के औद्योगिक क्षेत्र में विभिन्न कारखानों का दौरा किया। अग्निमित्रा पाल ने कहा, "आसनसोल दक्षिण विधानसभा के बख्तनगर और झांटीडांगा गांव के लोगों की शिकायत है कि फैक्ट्री प्रदूषण (factory pollution) की बहुत बड़ी समस्या है। स्थानीय बेरोजगार युवाओं को फैक्ट्रियों में नौकरी नहीं मिल रही है। यहां तक कि फैक्ट्री अधिकारी सीएसआर फंड (CSR fund) से भी गांव के लिए कोई काम नहीं कर रहे हैं।" फैक्ट्री के प्रदूषण फैलने से क्षेत्र के लोग विभिन्न बीमारियों से पीड़ित हो रहे हैं। वह सांस, किडनी और कैंसर समेत कई बीमारियों से पीड़ित हैं। फैक्ट्री के प्रदूषण से तालाब का पानी काला हो रहा है। घर के खाने में भी फ़ैक्टरी से प्रदूषण फैल रहा है।
आगे अग्निमित्रा पाल ने कहा, उन्होंने दक्षिण विधानसभा की सभी फैक्ट्रियों का दौरा किया। फैक्ट्रियों का निरीक्षण करने के बाद पाया कि ज्यादातर फैक्ट्रियों में प्रदूषण नियंत्रण उपकरण नहीं हैं। क्षेत्र के आम लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। उन्होंने लगभग सभी फैक्ट्रियों को चेतावनी (alert) दी। अधिकारी सरकारी नियमों का पालन किए बगैर फैक्ट्रियां चला रहे हैं अगर भविष्य में फैक्ट्री अधिकारियों ने प्रदूषण पर नियंत्रण नहीं किया तो वह बड़े पैमाने पर आंदोलन करेंगी। उन्होंने आरोप लगाया कि कारखाने के मालिक स्थानीय टीएमसी नेताओं को रिश्वत देते हैं और वह सब कुछ जानकार भी खामोश रहते हैं जैसा कि इससे पहले माकपा के जमाने में होता था।
विधायक ने कहा कि यहां पर कारखाने की तरफ से बड़े पैमाने पर प्रदूषण फैलाया जा रहा है गरीब मजदूरों के पास सुरक्षा के उपकरण नहीं है। स्थानीय बेरोजगार युवाओं को नौकरी नहीं दी जाती जबकि दूसरे राज्यों से लोग आकर यहां पर नौकरी कर रहे हैं लेकिन यहां पर जो प्रदूषण फैल रहा है उसकी कीमत यहां के लोगों को चुकानी पड़ रही है। सबमर्सिबल पंप लगाकर जमीन के नीचे से पानी निकाल लिया जा रहा है जिससे स्थानीय गांव के लोगों को पानी नहीं मिल रहा है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वह प्रदूषण को लेकर केंद्र सरकार को चिट्ठी लिखेंगी और इन मुद्दों को विधानसभा में भी उठाएंगी। वही इस बारे में इलाके के पंचायत सदस्य निर्मल शंकर पाल ने कहा कि विधायक बनने के ढाई साल बाद आज अग्निमित्रा पाल इलाके में आ रही हैं।
सीएसआर फंड की बात करने से पहले वह खुद यह बताएं कि विधायक निधि से उन्होंने इलाके के विकास के लिए कितना पैसा खर्चा किया है। वही प्रदूषण की बात पर उन्होंने कहा कि जब वाम फ्रंट का शासन था तब यहां पर बकतरनगर इलाके के लोगों ने प्रदूषण के खिलाफ आंदोलन किया था और सीपीएम की पुलिस ने आकर यहां के लोगों को गिरफ्तार किया था 7 लोग 7 दिनों के लिए गिरफ्तार हुए थे। विधायक को यह सारी बातें पता नहीं है क्योंकि उनको विधायक बने ढाई साल हुए है। वह यहां पर सिर्फ लोगों का मन टटोलने आई है ताकि पंचायत चुनाव में बुरी हार के बाद 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा थोड़ी बहुत इज्जत बचा सके।