टोनी आलम, एएनएम न्यूज: कोयला खदान में अवैध रूप से कोयला काटने के दौरान मारे गए 7 परिवारों को मुआवजा देने की मांग करते हुए अग्निमित्रा पॉल (Agnimitra Paul) ने कुनुस्तोरिया एरिया कार्यालय (Kunustoria Area Office) को एक ज्ञापन (memorandum) सौंपा। हालांकि पुलिस सूत्रों के मुताबिक, तीन लोगों की मौत की पुष्टि की गई है। 11 अक्टूबर को कुनुस्तोरिया इलाके में रानीगंज नारायनकुर्डी ओपन पिट खदान में दबने से 3 लोगों की मौत हो गई। हालांकि, बीजेपी नेता अग्निमित्रा बॉल दावा कर रही हैं कि सात स्थानीय युवकों की हत्या हुई है। अग्निमित्रा पॉल के मुताबिक, घटना 11 तारीख को दोपहर करीब 3 बजे की है। लेकिन ईसीएल (ECL) अधिकारियों ने पुलिस की मदद से घटना को छुपाने की कोशिश की। जब वह वहां गए तो इलाके में बिजली कटी हुई थी। अग्रिमित्रा पॉल ने दावा किया कि मृतक के परिवार को बिना पोस्टमार्टम के शव का अंतिम संस्कार करने के लिए मजबूर किया गया। नतीजतन चार परिवारों को कोई मुआवजा (compensation) नहीं मिला। इसके अलावा उन्होंने दावा किया कि घटनास्थल पर अब भी कई शव दबे हुए हैं। ईसीएल प्रबंधन से बार-बार रेस्क्यू टीम भेजने का अनुरोध करने के बावजूद वे इस मामले पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। उन्होंने इसके लिए ईसीएल के कुछ अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया।
हालांकि, इस मसले पर ईसीएल प्रबंधन की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। इस बारे में कुनुस्तोरिया एरिया के जीएम ए के सिन्हा ने कहा कि आज आसनसोल दक्षिण की विधायक अग्निमित्रा पॉल आई थी और उन्होंने नारायणकुरी खदान हादसे को लेकर कुछ बातें रखीं। उन्होंने कहा कि जो भी फैसला लिया जाएगा, वह नियमों के अनुसार लिया जाएगा और उनकी हर मांग को उच्च अधिकारियों तक पंहुचा दी जाएगी। हालांकि खदान में पर्याप्त सुरक्षा न होने के आरोपों को उन्होंने मानने से इंकार किया और कहा कि सरकारी नियमों के अनुसार सुरक्षा थी।