टोनी आलम, एएनएम न्यूज़: अंडाल उखड़ा रोड पर दक्षिणखंड गांव से सटे इलाके में कई एकड़ कृषि भूमि है। यहां ईसीएल की परित्यक्त मधुजोड़ कोलियरी और कई जमीनें हैं।
ईसीएल सूत्रों के अनुसार, निजी पहल के तहत परित्यक्त मधुजोड़ कोलियरी को फिर से खोला जाएगा। कुछ जमीन मालिकों का आरोप है कि कुछ दिन पहले जमीन के बीच में भू-माफियाओं का अस्थायी कार्यालय बनाया गया था। माफिया ने ग्रामीणों व जमीन मालिकों को डराकर जमीन हड़पने के उद्देश्य से उक्त कार्यालय बनाया है। खबर सुनते ही जमीन मालिकों के संगठन कृषि जमीन जीवन-जीविका रक्षा समिति के सदस्यों ने शनिवार को कार्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन किया।
संगठन की ओर से उज्ज्वल पाल, तपन मुखर्जी ने कहा कि 1992 से 1994 के बीच ईसीएल ने मधुजोड़ कोलियरी के लिए मालिकों से 30 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया था। तत्कालीन कानून के अनुसार एक एकड़ जमीन पर एक नौकरी मिलनी चाहिए। जमीन मालिकों को अभी तक वह काम नहीं मिला है। हाल ही में कंपनी ने निजी पहल के तहत कोलियरी को फिर से खोलने की पहल की है। इसलिए कंपनी को अधिक जमीन की जरूरत है।
सूत्रों के मुताबिक जिम्मेदार निजी संस्था को जमीन सीधे मालिकों से लेनी होगी। जिम्मेदार एजेंसी ने अभी तक जमीन मालिकों से बात नहीं की है। ऐसे में सिंडिकेट का कार्यालय जमीन के बीचो-बीच बनाया गया है। उन्होंने कहा कि सिंडिकेट ने बलपूर्वक या अनुचित तरीके से जमीन पर कब्जा करने की कार्रवाई की है। उन्होंने कहा कि दिन का विरोध इस मांग पर आधारित था कि संगठन सीधे मालिकों से बात करके जमीन ले और किसी भी तरह से सिंडिकेट को जमीन न दी जाए। इस दिन विरोध प्रदर्शन के दौरान सिंडिकेट के अस्थायी कार्यालय में आग लग गयी। अस्थायी ढांचा जलकर खाक हो गया। आग किसने लगाई इसका पता नहीं चल पाया है। प्रदर्शनकारियों ने आग लगाने से इनकार किया है। विरोध प्रदर्शन और आगजनी की घटना से आसपास के इलाके में तनाव पैदा हो गया है।