गुरुवार शाम 4:30 बजे शिल्पांचल (Shilpanchal) में अंधेरा छा गया था। थोड़ी देर के लिए ऐसा लगा सब कुछ अस्त-व्यस्त हो जाएगा। लोग डर के मारे अपने घर में दुबक गए। जो बाहर थे वह आनन-फानन में किसी सुरक्षित जगह तलाश कर वहां छिप गए थे। आंधी ऐसी मानो सब कुछ ले उड़ेगी। कुछ मिनटों की ही आंधी (Asansol storm) ने शिल्पांचल को तबाह कर दिया। सैकड़ों पेड़ गिर गए, बिजली (Electricity) के पोल भी सड़क (Road) पर नजर आ रहे थे। कई झोपड़ियों के छत उड़ गए तो कहीं मिट्टी की दीवार गिर गई। गनीमत यह है कि अभी तक जानो माल की नुकसान की खबर नहीं है। आसनसोल में बिजली विभाग और निगम के कर्मचारियों के अथक प्रयास के बाद देर रात बिजली तो आ गई लेकिन कुल्टी (Kulti), जमुरिया सहित शिल्पांचल के कई इलाकों में अभी भी बिजली और इंटरनेट नदारद है। लोगों को पानी और बिजली की समस्या हो रही है।