एएसआई बासुदेव चौधरी पर लगा गंभीर आरोप, थाने के सामने बिरोध प्रदर्शन (Video)

सालानपुर थाना के पहड़गोड़ा पुलिस कैम्प प्रभारी एएसआई बसुदेव चौधरी पर सालानपुर प्रखंड भाजपा नेतृत्व एवं कार्यकर्ताओं ने गंभीर आरोप लगाते हुये, एकतरफा कार्यवाही करते हुये भाजपा कार्यकर्ता उमेश नोनिया की गिरफ्तारी

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Jagganath Mondal
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राहुल तिवारी, एएनएम न्यूज़: सालानपुर प्रखंड भाजपा नेतृत्व व कार्यकर्ताओं ने सालानपुर थाना के पहाड़गोड़ा पुलिस कैंप प्रभारी एएसआई बासुदेव चौधरी पर एकतरफा कार्यवाही करते हुये भाजपा कार्यकर्ता उमेश नोनिया को गिरफ्तार करने व पुलिस हिरासत में बेरहमी से पिटाई करने का गंभीर आरोप लगाते हुए गुरुवार को सालानपुर थाना के सामने बिरोध प्रदर्शन किया। थाना में जबरन घुस रहे भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ पुलिस की धक्का मुक्की भी हुई।

जानकारी के अनुसार बीते 6 अप्रैल को पहड़गोडा में भाजपा कार्यकर्ता उमेश नोनिया के साथ तृणमूल कांग्रेस के कुछ कार्यकर्ता के साथ कहासुनी के बाद मारपीट हुई थी, जिसको लेकर दोनों पक्षों ने पुलिस को लिखित शिकायत दर्ज कराया था। लेकिन घटना के बाद पुलिस पर कथित तौर पर एकतरफा कार्यवाही करने का आरोप लग रहा है। और भाजपा कार्यकर्ता उमेश नोनिया को गिरफ्तार कर बेराहमी से मारपीट करने का आरोप पुलिस पर लग रहा है। जिसको लेकर राजनीतिक गहमागहमी तेज हो गई है। गुरुवार प्रदर्शन कर रहे भाजपाइयों ने पहड़गोड़ा कैम्प प्रभारी पर झूठा मुकदमा दर्ज करने और हिरासत में मारपीट करने का आरोप लगाया। और पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारे बाजी करते हुये पूछा पुलिस किसकी है? हालांकि प्रदर्शन कुछ समय बाद समाप्त कर लिया गया।

भाजपा के सालानपुर प्रखंड अध्यक्ष चिन्मय तिवारी ने बताया कि बीते 6 अप्रैल की रात पहड़गोड़ा इलाके के निवासी भाजपा कार्यकर्ता उमेश नोनिया के घर के सामने कुछ तृणमूल कांग्रेस के लोग आकर पहले गुंडागर्दी की और फिर पुलिस के सहियोग से गिरफ्तार कर पुलिस हिरासत में बेराहमी से मारा। शिकायत से पहले ही गिरफ्तारी भी को गई और पूरी घटना पहड़गोडा केम्प प्रभारी एएसआई बसुदेव चौधरी के सामने होने के बाउजूद एकतरफा तृणमूल के इशारे पर घटना में मात्र उमेश नोनिया को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने इतनी बेराहमी से मारा है कि 8 अप्रैल को जब उमेश को न्यायालय के सुपुर्द किया गया तो न्यायिक हिरासत में भेजने के कुछ घण्टे बाद ही उमेश की स्थिति नाजुक हो गई और जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहाँ इलाज चल रहा है। पहड़गोडा कैम्प में सिर्फ तोलाबाजी होती है।

उमेश की पत्नी शिला कुमारी ने आरोप लगाया कि 6 अप्रैल को तृणमूल समर्थकों ने उनके घर पर हमला किया था। दोनों पक्षों के बीच कहासुनी और धक्का-मुक्की हुई। लेकिन पुलिस ने सिर्फ उनके पति को ही गिरफ्तार किया और थाने में उनके साथ मारपीट की। 

वही घटना को लेकर प्रतिक्रिया देते हुए तृणमूल कांग्रेस सालानपुर प्रखंड उपाध्यक्ष भोला सिंह ने कहा कि लगाए गए सभी आरोप निराधार हैं। उन्होंने दावा किया कि उमेश मानसिक रूप से अस्वस्थ हैं और उन्हें चिकित्सकीय देखरेख की आवश्यकता है।