एएनएम न्यूज़, ब्यूरो: पश्चिम बंगाल में होने वाली 2023 की पंचायत चुनाव (panchayat elections) मे तृणमूल (TMC) की गुटबाजी खुलकर सामने आ रही है। बंगाल की राजनीती मे सत्ताधारी पार्टी तृणमूल मे सीएम और सांसद अभिषेक बनर्जी (Abhishek Banerjee) की अलग -अलग लॉबी खुलकर सामने आ रही। फिलहाल बंगाल में अभिषेक बनर्जी की लॉबी को ज्यादा महत्व दिया जा रहा है क्यूंकि तृणमूल सुप्रीमो मुख्यमंत्री ममता अब राजनीती में दिल्ली का रुख कर रही है। विरोधियों की अगर माने तो ममता बैनर्जी (Mamata Banerjee) प्रधानमंत्री बनने का सपना देख रही हैं, साथ ही वह अपने सांसद भतीजे अभिषेक बैनर्जी को बंगाल का कमान सौप रही है। ममता लॉबी के कई नेता और मंत्री, मुख्यमंत्री ममता बैनर्जी के इस फैसले से बेहद नाराज हैं और वे अभिषेक की रैली से परहेज कर रहे हैं।
आसनसोल के सलानपुर में शुक्रवार को हुए अभिषेक की चुनवी रैली (election rally) मे भी कुछ ऐसा ही नजर आया। पश्चिम बर्धमान से चुने गए दो मंत्री, पंचायत विकास मंत्री प्रदीप मजूमदार और क़ानून मंत्री मलय घटक व तृणमूल सांसद शत्रुघ्न सिन्हा भी नजर नही आए जबकि ये तीनो रैली के दिन जिले मे उपस्थित थे। हालांकि उनसे रैली मे उपस्थित नही होने के कारण पूछे जाने पर उन्होंने पंचायत चुनाव मे व्यस्थता बताया। वहीं इस रैली में आसनसोल नगर निगम (Asansol Municipal Corporation) के मेयर सहित बराबनी विधायक विधान उपाध्याय, पाण्डेश्वर विधायक नरेंद्र नाथ चक्रवर्ती, रानीगंज तापस बैनर्जी, रानीगंज विधायक हरेराम सिंह उपस्थित थे। हालांकि इस रैली मे मंत्री मलय घटक के भाई सह आसनसोल नगर निगम के उप मेयर अभिजीत घटक तो दिखे पर वे अभिषेक के इर्द -गिर्द भी दिखाई नही दिए।