राहुल तिवारी, एएनएम न्यूज़: चित्तरंजन रेल इंजन कारखाना (चिरेका) ने नवीनतम लोकोमोटिव उत्पादन क्षेत्र में नया अध्याय जोड़ने में सफलता हासिल की है। चिरेका ने WAG-9 HC ट्विन लोकोमोटिव का सफल उत्पादन किया है। यह नवनिर्मित रेल इंजन भारी माल ढुलाई के लिए उपयुक्त है। बताया जा रहा है, ट्विन लोकोमोटिव में कई विशेषताएं हैं जैसे 12000 एचपी रेटिंग वाले और भारी ढुलाई के लिए उपयुक्त दो WAG-9 लोकोमोटिव स्थायी रूप से जुड़े हुए हैं, बेहतर ट्रैक्टिव के लिए COCO बोगी का उपयोग किया गया है। कंट्रोल रूम में चल रहे लोको को दूर से देखने के लिए RTIS (Realtime Train Information System) लागू किया गया है। दोनों आंतरिक कैब को फ्लैट कैब के रूप में संशोधित किया गया है। वेस्टिबुल का उपयोग एक लोकोमोटिव के एक कैब से दूसरे लोकोमोटिव के दूसरे कैब तक जाने के लिए किया गया है।
लोको पायलटों के उपयोग के लिए लीड कैब में शौचालय स्थापित किया गया है। जब लोकोमोटिव चलती स्थिति में हो तो लोको पायलट इसका उपयोग नहीं कर सकते। ट्विन लोको को एक दूसरे से अलग किया जा सकता है। और आवश्यकता पड़ने पर दोनों फ्लैट छोर से भी संचालन किया जाया जा सकता है। खड़ी स्थिति में लोकोमोटिव में ऊर्जा बचत मोड पर स्विच करने की सुविधा है, ताकि बिजली की खपत कम होगी। बताया जा रहा है WAG-9 HC ट्विन लोकोमोटिव के उत्पादन से भारतीय रेल को ग्रेडिएंट और लेवल सेक्शन दोनों पर लोडेड ट्रेनों (5500 मीट्रिक टन) को बेहतर संचालन में सहयोग प्राप्त होगा।