टोनी आलम, एएनएम न्यूज़, जामुड़िया: ईसीएल में एमडीओ माडल एवं रेवेन्यू शायरींग के माध्यम से कोयला खदानों को निजीकरण करने की साज़िश तथा 26 श्रम कानूनों को खत्म कर मजदूर विरोधी 4 श्रम संहिता केंद्र सरकार द्वारा लागू करने के खिलफ शनिवार को ईसीएल सातग्राम श्रीपुर एरिया के शिवडंगा एसएसआई कोलियरी में सीएमएसआई (सीटू) द्वारा पिट सभा का आयोजन किया गया। पिट सभा के दौरान सीटू के एरिया सचिव सीतल चक्रवर्ती ने कहा की एमडीओ हो या रिवेन्यू शेयरिंग ईसीएल प्रबंधन का मुख्य उद्देश्य कोयला खदानों को निजी हाथों में सौंपने की कोशिश है। उन्होंने कहा की केंद्र की भाजपा सरकार निजीकरण को बढ़ावा देना चाह रही है जिससे आने वाले समय में श्रमिकों को काफी समस्या से भुगतना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि कोयला उद्योग में ज्यादातर हादसों में मरने वाले ठेका श्रमिक होते हैं लेकिन उनके परिजनों को ईसीएल प्रबंधन द्वारा उचित मुआवजा नहीं दिया जाता है। वर्तमान समय में कोयला उद्योग भारत सरकार के अधीन है लेकिन जब पूरी तरह से कोयला उद्योग का निजीकरण हो जाए तो यह काफी गंभीर मसला हो जायेगा। उन्होंने कहा की इसके खिलाफ सीटू की ओर से लगातार आंदोलन कर लोगों को जागरूक करने की कोशिश किया रहा है। कोयला उद्योग के निजीकरण की साजिश केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा किया जा रहा है जिससे कोयला उद्योग को निजी हाथों में सौंपा जा सके। उन्होंने कहा की सरकार मजदूर विरोधी कानून लागू कर श्रमिको का हक मारना चाह रही है जो कभी होने नहीं दिया जायेगा। इस दौरान सीटू के शिवडंगा एसएसआई कोलियरी के अध्यक्ष राम कुमार नोनिया, सचिव बीरेंद्र महतो, सिटू नेता रजाक मिया, बिनोद यादव, मनोज लाला, लालन यादव आदि प्रमुख रूप से मौजूद थे।