टोनी आलम, एएनएम न्यूज़: अंडाल के धनडाडीही के 65 नंबर वार्ड में आंगनबाड़ी केंद्र में अनियमितता की खबर आई थी। आरोप था कि यहां की कर्मीयां ठीक से अपना काम नहीं करती, समय पर आंगनबाड़ी केंद्र को खोला नही जाता और बच्चों की पढ़ाई ठीक से नहीं होती। यहां जो खाना बच्चों को दिया जाता है उसकी गुणवत्ता को लेकर भी लोगों में रोष था। इसके खिलाफ स्थानीय लोगों द्वारा कल आंगनबाड़ी केंद्र के सामने विरोध प्रदर्शन भी किया गया था। जब मामले की जानकारी प्रशासन को पंहुची तो घटनास्थल पर मदनपुर ग्राम पंचायत के प्रधान पार्थ देवासी आंगनबाड़ी सुपरवाइजर पावेल राय सहित अन्य अधिकारी उपस्थित हुए।
इस संदर्भ में एक आंगनबाड़ी कर्मी ने बताया कि कल अस्वस्थता के कारण शनिवार को आंगनबाड़ी बंद था। इस बात की जानकारी शुक्रवार को ही दे दी गई थी। शनिवार का खाना मंगलवार को दिया जाएगा यह भी बता दिया गया था। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अगर किसी वजह से छुट्टी हो तो भी अधिकारियों से अनुमति ली जाती है। वही इस आंगनवाड़ी की एक और कर्मी ने बताया कि हर शनिवार को यह बंद नहीं रहता। इस शनिवार को उनकी तबीयत खराब थी सीटी स्कैन कराने गई थी इसलिए बंद था। आईसीडीएस सुपरवाइजर पावेल राय ने बताया पहले उनके पास जानकारी नहीं थी लेकिन जानकारी मिलने के बाद वह यहां पर आई हैं और यहां पर भविष्य में इस तरह की कोई परेशानी नहीं होगी। हालांकि जब उनसे पूछा गया कि यहां पर खाने के गुणवत्ता काफी खराब है इस पर उन्होंने कहा कि इस तरह की कोई शिकायत उनको नहीं मिली है। हालांकि इस बारे में जो हमने स्थानीय एक महिला से बात की तो उन्होंने कहा कि आज कहां जा रहा है कि शनिवार का खाना आज दिया जाएगा लेकिन इससे पहले ऐसा कभी नहीं हुआ और जब कभी किसी उपलक्ष पर यह आंगनबाड़ी केंद्र बंद रहता है उसे समय भी स्थानीय लोगों को पहले से जानकारी नहीं दी जाती।
दूसरी तरफ जब हमने मदनपुर ग्राम पंचायत के प्रधान पार्थ देवासी से बात की तो उन्होंने कहा कि पिछले शनिवार को जो घटना हुई थी उसे लेकर कुछ गलतफहमी हुई है। यहां के अभिभावकों को लेकर जो बेनिफिशियरी कमेटी का गठन किया गया है उसकी बैठक शुक्रवार को बुलाई गई है। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्र की सुपरवाइजर भी यहां पर आई है और प्रशासन के अन्य अधिकारी भी यहां पर हैं सारी चीजों को देखा जा रहा है। उन्होंने कहा कि पिछले शनिवार को यह आंगनबाड़ी केंद्र बंद था अब इस बात की जानकारी ली जा रही है कि पहले से अभिभावकों को बताया गया था या नहीं। हालांकि यहां की कर्मी का यह कहना है कि उन्होंने बताया था वही किसी बच्चे के आंगनबाड़ी केंद्र नहीं आने की स्थिति में जब उनके अभिभावक खाना लेने आते हैं तो उनको खाना नहीं दिया जाता। इस पर पार्थो देवासी ने कहा कि यह सच है कि ऐसा होता है क्योंकि नियमों के अनुसार, किसी बच्चे को कम से कम आधे घंटे के लिए आंगनबाड़ी केंद्र आना ही पड़ेगा तब जाकर उसे उस दिन का खाना मिलेगा।