सामडीह में ईसीएल के आवासों की स्थिति जर्जर, छत का एक हिस्सा गिरा

सालानपुर थाना के ईसीएल के डाबर कोलियरी क्षेत्र के राधाबलभपुर स्थित ईसीएल के एनएचएस 24/186 क्वार्टर की छत का एक हिस्सा अचानक से टूट कर गिर गया। घटना के समय घर मे कोई नही था। जिससे किसी को नुकसान नही पहुँचा। किसी के ना होने से बड़ा हादसा टल गया। 

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Jagganath Mondal
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राहुल तिवारी, एएनएम न्यूज़: सालानपुर थाना के ईसीएल के डाबर कोलियरी क्षेत्र के राधाबलभपुर स्थित ईसीएल के एनएचएस 24/186 क्वार्टर की छत का एक हिस्सा अचानक से टूट कर गिर गया। घटना के समय घर मे कोई नही था। जिससे किसी को नुकसान नही पहुँचा। किसी के ना होने से बड़ा हादसा टल गया। 

स्थानीय ने आरोप लगाया की क्षेत्र की सभी आवास की स्थिति बहुत जर्जर है। कई बार ईसीएल के अधिकारियों को मरम्मत की आवेदन देने के बाउजूद अबतक आवासों का मरम्मत सुनिश्चित नही किया गया। और लोगो के जीवन से खिलवाड़ किया जा रहा है। वही घटना के बाद सूचना पाकर सामाजिक कार्यकर्ता स्वप्न मंडल मौके पर पहुँचै उनके सूचना देने के बाद ईसीएल प्रबंधन के एक अधिकारी आये और सभी क्षेत्रों का निरीक्षण किया।

घटना के सम्बंध में उक्त आवास में रह रहे ईसीएल कर्मी मधु मुची ने बताया कि वह काजोरा क्षेत्र के पराश कोल कोलियरी में कर्मचारी हैं। 15 वर्षों से इसी क्वार्टर में रह रहे हैं। जिस दिन से इस क्वार्टर की स्थापना हुई है, तब से मरम्मत के अभाव में यह क्वार्टर ऐसी स्थिति में है। ईसीएल अधिकारियों को बार-बार सूचित करने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई। ऐसी छोटी-मोटी घटनाएं पहले भी कई बार हो चुकी हैं। आज भी मैं घटना में बच गया क्योंकि की घटना से पहले में किसी कार्य से रूम से बाहर निकला था और मेरे निकलते ही घटना घटी।

स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता स्वपन मंडल ने बताया कि खबर मिलते ही वह मौके पर पहुंचे और देखा कि छत का एक हिस्सा टूटकर जमीन पर पड़ी थी। उन्होंने तुरंत घटना की सूचना ईसीएल अधिकारियों को दी। खबर मिलने के बाद ईसीएल के एक अधिकारी मौके पर आए और आश्वासन दिया कि क्वार्टरों की मरम्मत का कार्य बहुत जल्द शुरू हो जाएगा। उन्होंने कहा कि 2008 के बाद से, सामडीह मुचिपारा में भूस्खलन से प्रभावित निवासियों के लिए लगभग 50 परिवारों को अस्थायी रूप से इस एनएचएस कॉलोनी के दो ब्लॉकों में स्थानांतरित कर दिया गया था। तब से आवासों का मरम्मत नहीं किया गया है। परिणामस्वरूप, मकानों के विभिन्न हिस्से ढह रहे है।, यहां तक ​​कि सीढ़ियों की छत भी टूट गई है और कभी भी गिर सकती है, इसके अलावा मकान रहने लायक नहीं हैं। यदि मामले को गम्भीरता से ईसीएल प्रबंधन नही लेगा तो हमलोग बड़े आंदोलन का रास्ता अपनाएंगे।