अनुमति के बिना मोबाइल टावर का निर्माण, आक्रोश में ग्रामीण

स्थानीय रायडांगा गांव के निवासियों ने दुर्गापुर महकमा शासक और दुर्गापुर नगर निगम के साथ कोकोवेन पुलिस स्टेशन से संपर्क किया, लेकिन उन्हें कोई मदद नहीं मिली। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि मोबाइल टावर का निर्माण चल रहा है।

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Sneha Singh
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टोनी आलम, एएनएम न्यूज़: रायडांगा गांव दुर्गापुर वार्ड नंबर 43 के अंतर्गत आता है। आरोप है कि इस गांव में स्थानीय लोगों की आपत्ति के बावजूद एक घर की छत पर मोबाइल टावर लगाने का काम शुरू हो गया है, बार-बार मना करने के बावजूद न तो घर के मालिक और न ही टावर लगाने वाली निजी कंपनी के ठेकेदार इस पर विचार कर रहे हैं। स्थानीय रायडांगा गांव के निवासियों ने दुर्गापुर महकमा शासक और दुर्गापुर नगर निगम के साथ कोकोवेन पुलिस स्टेशन से संपर्क किया, लेकिन उन्हें कोई मदद नहीं मिली। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि मोबाइल टावर का निर्माण चल रहा है। इसी बीच क्षेत्र का एक निवासी आज घर के नीचे बने सरकारी कुएं के पानी में नहा रहा था, तभी घर की छत से एक ईंट और लकड़ी नीचे गिर गया। घटना में ग्रामीण बाल-बाल बच गया।

इसके बाद ग्रामीण आक्रोशित हो गये और टावर निर्माण कंपनी के ठेकेदार के एक कर्मी को घेर लिया और काम बंद करने की मांग करने लगे। वही घर के मालिक को भी घेर लिया और विरोध करने लगे। खबर पाकर कोकोवेन थाने की पुलिस मौके पर पहुंची, पुलिस के सामने भी लोग अपना गुस्सा जाहिर करते रहे, जिसके बाद पुलिस के आदेश पर काम रोक दिया गया। स्थानीय लोगों ने पुलिस के सामने शिकायत किया कि उनके विरोध के बावजूद मकान मालिक काम करा रहा है और विरोध करने पर उन्हें लगातार झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी दी जा रही है। इस घटना के परिणामस्वरूप शुक्रवार दोपहर को दुर्गापुर के कोकोवेन थाना अंतर्गत रायडांगा गांव इलाके में तनाव व्याप्त हो गया। 

लोगों का कहना है कि किसी भी तरह से गांव के अंदर मोबाइल टावर नहीं बनाया जा सकता है। दुर्गापुर महकमा शासक सौरभ चटर्जी ने फोन पर कहा कि वह इस मामले को देख रहे हैं, जबकि दुर्गापुर नगर निगम प्रशासनिक परिषद के सदस्य धमेंद्र यादव ने कहा कि पुलिस को मामले को देखने के लिए कहा गया है। ग्रामीणों ने सवाल उठाया है कि दुर्गापुर नगर निगम से लेकर स्थानीय व महकमा प्रशासन तक लिखित शिकायत के बावजूद कार्रवाई क्यों नहीं की गयी? हालांकि  मकान मालिक और मोबाइल टावर लगाने वाली ठेकेदार कंपनी के एक अधिकारी के अनुसार, उनके पास सभी अनुमति दस्तावेज मौजूद हैं।