ठेका मजदूरों ने किया प्रदर्शन, दो लोगो के खिलाफ किया शिकायत दर्ज

मजदूर को 8 घण्टे की जगह 12 घण्टे कार्य कराया जाता है और मोबाइल फोन लेकर अंदर जाने पर श्रमिकों के साथ दुर्व्यवहार एवं एक हजार रुपयों का जुर्माना भी लिया जाता है।

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Jagganath Mondal
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Maithon Steel and Power Limited Private Factory

राहुल तिवारी, एएनएम न्यूज़ : सालानपुर ब्लॉक के देन्दुआ इलाका स्थित मैथन स्टील एंड पावर लिमिटेड प्राइवेट कारखाना के ठेकाश्रमिकों ने कार्य सीमा को 12 से 8 घण्टे करने समेत विभिन्न मांगों को लेकर शनिवार सुबह कारखाना गेट को बन्द कर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन कर रहे श्रमिकों ने कारखाना प्रबंधन पर ठेकाश्रमिकों का शोषण करने का आरोप लगाते हुये कहा कि प्रबंधन अपने स्थायी श्रमिकों को सभी सुविधाएं देती है और ठेकाश्रमिकों को शोषण करती है। श्रमिकों ने मांग की उन्हें भी स्थायी कर्मियों की तरह सुविधाएं दी जाये। उन्होंने कहा कि इस कारखाने में अधिकारियों ब्रिटिश की तरह मजदूरों पर अत्याचार करते है। मजदूर को 8 घण्टे की जगह 12 घण्टे कार्य कराया जाता है और मोबाइल फोन लेकर अंदर जाने पर श्रमिकों के साथ दुर्व्यवहार एवं एक हजार रुपयों का जुर्माना भी लिया जाता है। कारखाना में केवल 15 प्रतिशत मजदूर ही स्थानीय हैं, बाकी सभी बाहरी कर्मी हैं। उन्होंने ने कहा कि हमलोग तबतक प्रदर्शन करेंगे जबतक कारखाना प्रबंधन हमारी सभी मांगों को नही मानता है। 

वही मामले में एमएसपीएल कारखाना के अधिकारियों ने बताया कि अगर कोई समस्या थी तो श्रमिकों सीधे प्रबंधन से बात कर सकते थे, यह सिर्फ स्थानीय दो ग्राम सालानपुर एवं सबनपुर लोगो एवं दो नेताओं की उपज है जिससे उपद्रव हुआ, जिसमें हमारे एक अधिकारी समेत एक सुरक्षाकर्मी के साथ मारपीट की गई है। हमने मामले में दो लोगो के खिलाफ नामजद कर लिखिति शिकायत दर्ज कराया है। परंतु आज की घटना में प्रशासन की तरफ से हमें कोई सहायता नही मिली है और अगर ऐसा रहा तो इंडस्ट्रीज को चलाना बहुत मुश्किल हो जायेगा। सूचना पा कर मौके पर सलानपुर प्रखंड आएनटीटीयूसी अध्यक्ष मनोज तिवारी, प्रखंड तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष भोला सिंह समेत स्थानीय नेताओं ने प्रदर्शनकारियों से बात कर उनकी समस्याओं को सुना एवं लिखिति में सभी मांगों को दर्ज कर एमएसपीएल कारखाना प्रबंधन के सामने रखा। 

प्रबंधन के साथ बैठक के बाद मनोज तिवारी ने कहा कि श्रमिकों की 14 सूत्री मांगों को कारखाना प्रबंधन के सामने लिखिति तौर पर रखा गया है। जिसपर चर्चा के बाद प्रबंधन ने 7 दिनों की समय मांगा है। अगर मजदूरों की मांग नही मानी गई तो हमलोग विधायक निर्देश पर बृहद आंदोलन करेंगे। वही अधिकारियों के साथ श्रमिकों द्वारा किये गये मारपीट मामले को उन्होंने ने नकार दिया।