टोनी आलम, एएनएम न्यूज़ : ऐसी जिंदगी जीने का क्या मतलब, डूबकर मर जाओ, दिलीप घोष पीपल वृक्ष के नीचे खड़े होकर कह रहे हैं', बिना नाम लिए दि मुख्यमंत्री पर दिलीप घोष ने फिर विवादित टिप्पणी की और फिर कटाक्ष की मुद्रा में माफी मांगते हुए कहा कि पीने का पानी भी नहीं है। बर्दवान दुर्गापुर से भाजपा उम्मीदवार दिलीप घोष, भाजपा विधायक लक्ष्मण घरुई और भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ मंगलवार सुबह दुर्गापुर के आशीष मार्केट में चाय पे चर्चा में शामिल हुए। फिर उन्होंने माइक लिया और राज्य के मुख्यमंत्री पर हमला करते हुए कहा, "ईडी सीबीआई नेताओं के घरों से पैसे बरामद कर रही है। यह उनके लिए बहुत मुश्किल है। लोग आपकी बात नहीं सुनते हैं, इसलिए आपको रास्ते पर चोर स्लोगन सुनना पड़ रहा है । मुख्यमंत्री भी सुन रहीं हैं, पानी में डूब जाना चाहिए । 50 सालों की राजनीति के बाद आखिरी समय में चोर के नारे सुनने पड़ रहै हैं। दिलीप घोष पीपल के पेड़ के नीचे खड़े होकर कह रहे हैं कि इस जिंदगी का क्या फायदा। डुब मरो। पश्चिम बंगाल में आपको डुबाने के लिए भी पानी नहीं है। डूबने के लिए भी पानी नहीं मिलेगा। उन्होंने कहा कि बीजेपी ही सिर्फ तृणमूल को हरा सकती है इसलिए जिन लोगों ने कांग्रेस सीपीएम को वोट दिया था वे हमारे साथ आ रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि माताएं मां दुर्गा का ही रूप होती हैं। 4 जून के बाद जिन पार्टी दफ्तरों में अय्याशी होती थी कटमनी का लेन-देन चल रहा है, उन पर ताले लग जाएंगे।
ममता बनर्जी पर दिलीप घोष ने फिर की विवादित टिप्पणी
बर्दवान दुर्गापुर से भाजपा उम्मीदवार दिलीप घोष, भाजपा विधायक लक्ष्मण घरुई और भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ मंगलवार सुबह दुर्गापुर के आशीष मार्केट में चाय पे चर्चा में शामिल हुए। फिर उन्होंने माइक लिया और राज्य के मुख्यमंत्री पर हमला करते हुए कहा
टोनी आलम, एएनएम न्यूज़ : ऐसी जिंदगी जीने का क्या मतलब, डूबकर मर जाओ, दिलीप घोष पीपल वृक्ष के नीचे खड़े होकर कह रहे हैं', बिना नाम लिए दि मुख्यमंत्री पर दिलीप घोष ने फिर विवादित टिप्पणी की और फिर कटाक्ष की मुद्रा में माफी मांगते हुए कहा कि पीने का पानी भी नहीं है। बर्दवान दुर्गापुर से भाजपा उम्मीदवार दिलीप घोष, भाजपा विधायक लक्ष्मण घरुई और भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ मंगलवार सुबह दुर्गापुर के आशीष मार्केट में चाय पे चर्चा में शामिल हुए। फिर उन्होंने माइक लिया और राज्य के मुख्यमंत्री पर हमला करते हुए कहा, "ईडी सीबीआई नेताओं के घरों से पैसे बरामद कर रही है। यह उनके लिए बहुत मुश्किल है। लोग आपकी बात नहीं सुनते हैं, इसलिए आपको रास्ते पर चोर स्लोगन सुनना पड़ रहा है । मुख्यमंत्री भी सुन रहीं हैं, पानी में डूब जाना चाहिए । 50 सालों की राजनीति के बाद आखिरी समय में चोर के नारे सुनने पड़ रहै हैं। दिलीप घोष पीपल के पेड़ के नीचे खड़े होकर कह रहे हैं कि इस जिंदगी का क्या फायदा। डुब मरो। पश्चिम बंगाल में आपको डुबाने के लिए भी पानी नहीं है। डूबने के लिए भी पानी नहीं मिलेगा। उन्होंने कहा कि बीजेपी ही सिर्फ तृणमूल को हरा सकती है इसलिए जिन लोगों ने कांग्रेस सीपीएम को वोट दिया था वे हमारे साथ आ रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि माताएं मां दुर्गा का ही रूप होती हैं। 4 जून के बाद जिन पार्टी दफ्तरों में अय्याशी होती थी कटमनी का लेन-देन चल रहा है, उन पर ताले लग जाएंगे।