टोनी आलम, एएनएम न्यूज, जामुड़िया: मंगलवार को माकपा के द्वारा जामुड़िया औद्योगिक क्षेत्र के आरएआईसी नामक कारखाने के गेट के बाहर विभिन्न मांगों को लेकर एक विरोध प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शन के उपरांत एक ज्ञापन सौंपा गया। इस बारे में ज्ञापन सौंपने वाले एक माकपा नेता ने बताया कि वामफ्रंट के जमाने में इस 9 फुट के रास्ते का निर्माण किया गया था और यहां पर कारखाना लगवाने का भी इंतजाम किया गया था तब सोचा गया था कि कारखाना प्रबंधन अपनी जरूरत के मुताबिक रास्ते का चौड़ीकरण कर लेगा लेकिन देखा जा रहा है कि उन्होंने ऐसा कुछ भी नहीं किया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सत्यम और रैक नामक दो कारखानों में पार्किंग होने के बावजूद अपने कारखाने के गाड़ियों को रास्ते पर ही पार्क करके रख देते हैं जिससे आने-जाने में काफी परेशानी होती है। उन्होंने कहा कि यहां पर रास्ते की हालत इतनी ज्यादा खराब हो गई है कि आए दिन यहां पर हादसे होते रहते हैं। इकरा स्टेशन से लेकर गांव तक रास्ते की हालत बहुत ज्यादा खराब है। यहां पर कई स्कूल है लेकिन बच्चे स्कूल आ नहीं पाते है क्योंकि यहां पर टोटो आने से इनकार कर देते हैं। मोटरसाइकिल से आने पर हादसों का डर बना रहता है। साइकिल भी नहीं चलती, यहां तक की पैदल चलना भी मुश्किल है। लेकिन कारखाना प्रबंधन को इन सब की कोई फिक्र नहीं है उनको सिर्फ अपना मुनाफा देखना है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि यहां के कारखाना द्वारा प्रदूषण फैलाया जा रहा है जिससे इलाके के लोग गंभीर बीमारियों के शिकार हो रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सत्ता पक्ष के नेताओं के साथ मिली भगत करके कारखाना प्रबंधन प्रदूषण से संबंधित सभी नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। उन्होंने कहा की यहां पर कारखाने में बाहर से आए लोगों को रोजगार दिया जा रहा है जबकि यहां के बेरोजगार युवाओं को कम नहीं मिल रहा है। उन्होंने कहा कि जिस काम में विशेष कौशल की जरूरत नहीं है उसे काम के लिए तो स्थानीय लोगों की नियुक्ति की जा सकती है और योग्यता के अनुसार अन्य कामों के लिए भी स्थानीय लोगों को रखा जा सकता है लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं किया जा रहा है। इन्हें सब मांगों को लेकर आज ज्ञापन सौंपा गया।