राहुल तिवारी, एएनएम न्यूज़ : सालानपुर (Salanpur) थाना के कल्यानेश्वरी फाड़ी पुलिस (Kalyaneshwari Fadi police) ने बीते रविवार शाम नाका चेकिंग के दौरान साइबर गिरोह (Cyber crime) के दो साइबर अपराधियों को धर दबोचा था। आरोपियों ने पुलिस हिरासत में पूछताछ में कई राज खोले है। मंगलवार आरोपियों के निशानदेही पर पुलिस ने कल्याणेश्वरी क्षेत्र के एक निजी होटल से जहाँ मुख्य आरोपी रुका था उस कमरे की तलाशी के दौरान 12 डैबिट कार्ड समेत पहचान पत्र बरामद किया गया। बता दे कि बीते रविवार कल्याणेश्वरी पुलिस चेक नाका से पुलिस ने मोटरसाइकिल पर सवार दो साइबर अपराध गिरोह से जुड़े दो अपराधियों को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस ने आरोपियों के पास से 21 डेबिट कार्ड, 8 स्मार्ट फोन, 52 हजार नकद समेत एक हौंडा की मोटरसाइकिल बरामद कर जप्त कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया था। मामले में सालानपुर थाना कांड संख्या 116/2023 दिनांक 16.07.2023 को मामला दर्ज कर मामले की जांच एसई सुदर्शन विश्वास को दी गई। बीते सोमवार दोनों गिरफ्तार आरोपी आशिफ आली एंव अजित कुमार को आसनसोल न्यायालय (Asansol Court) के सुपुर्द कर पुलिस हिरासत की अपील की गई। न्यायालय ने जांच के लिये आरोपियों को 7 दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया। पुलिस सूत्रों के अनुसार मंगलवार मामले की जांच कर रहे एसई सुदर्शन विश्वास ने आरोपियों से गहनता से पूछताछ की, जिसके बाद आरोपियों की निशानदेही पर कल्याणेश्वरी क्षेत्र के एक निजी होटल से रूम नंबर 119 से जिसमें आरोपियों का साथी एंव मुख्य आरोपी ठहरा था उक्त कमरे से तलाशी में पलंग के गद्दे के नीचे से 12 डैबिट कार्ड, 1 हीरो गोल्ड कार्ड, एक आरसी बुक, अजित कुमार का वोटर कार्ड, आधार कार्ड बरामद किया गया। पुलिस सूत्रों के अनुसार आरोपियों ने पूछताछ में कथित तोर धनबाद के अप्सर अली उर्फ समीर खान का नाम उगला है। जो गिरोह का सरगना बताया जा रहा है। पुलिस सूत्रों के अनुसार जब फरार मुख्य आरोपी उक्त होटल में इसे पहले 26 जून, 6 जुलाई, 12 जुलाई, 15 जुलाई रुका था। जिस दिन पुलिस ने आरोपियों को धर दबोचा था, उस दिन भी मुख्य आरोपी होटल के कमरा नम्बर 119 में रुका हुआ था। घटना की सूचना पा कर मौके से रूम लॉक कर फरार हो गया था। पुलिस मंगलवार रूम की डुप्लिकेट चाबी से रूम को खोला और तलाशी ली। पुलिस के अनुसार ये लोग क्षेत्र में विभिन्न एटीएम से पैसों को निकाल कर अफसर अली को देते थे बदले में इन्हें कमीशन मिलता था। वही पुलिस मुख्य आरोपी की तलाश में जुट गई है।