दुर्गा पूजा से पहले रविंद्र भवन में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन

कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन के साथ हुई। इस मौके पर मलय घटक ने कहा कि 2011 से पहले श्रम दफ्तर के बारे में लोगों को बहुत कम पता था लेकिन ममता बनर्जी के मुख्यमंत्री होने के बाद श्रम दफ्तर का कायाकल्प किया गया है।

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Sneha Singh
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Ravindra Bhawan

राहुल तिवारी, एएनएम न्यूज: पश्चिम बंगाल श्रमिक कल्याण परिषद (West Bengal Labor Welfare Council) की तरफ से दुर्गा पूजा (Durga Puja) से पहले आज यानि बुधवार को रविंद्र भवन (Ravindra Bhawan) में एक सांस्कृतिक कार्यक्रम (cultural program) का आयोजन किया गया। जहां मंत्री मलय घटक, आसनसोल नगर निगम के चेयरमैन अमरनाथ चटर्जी, एमएमआईसी गुरदास चटर्जी और पश्चिम बर्दवान तृणमूल कांग्रेस सह विधायक अध्यक्ष नरेंद्र नाथ चक्रवर्ती सहित तमाम गणमान्य लोग मौजूद थे। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन के साथ हुई। इस मौके पर मलय घटक ने कहा कि 2011 से पहले श्रम दफ्तर के बारे में लोगों को बहुत कम पता था लेकिन ममता बनर्जी के मुख्यमंत्री होने के बाद श्रम दफ्तर का कायाकल्प किया गया है। उन्होंने कहा कि श्रम दफ्तर के अंतर्गत 2000 में वामफ्रंट के जमाने में सामाजिक सुरक्षा योजना की शुरुआत की गई थी। 

2000 से लेकर 2011 इन 11 सालों में इसके तहत श्रमिकों के लिए 9 करोड़ रुपए की सहायता राशि प्रदान की गई थी लेकिन 2011 से 2023 तक यह राशि बढ़कर 2300 करोड़ रुपए हो गई है इसी से पता चलता है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने श्रम दफ्तर को कितना महत्व दिया है। उन्होंने कहा कि सामाजिक सुरक्षा योजना में 2000 से लेकर 2011 तक सिर्फ 26 लाख श्रमिकों ने पंजीकरण करवाया था लेकिन इन पिछले 12 सालों में यह संख्या बढ़कर एक करोड़ 60 लाख हो गई है।  इसके अलावा उन्होंने कहा कि इतना ही नहीं जो बंगाल के प्रवासी श्रमिक है उनके लिए भी ममता बनर्जी ने एक अलग से पोर्टल बनाया है। बंगाल का कोई युवा देश में कहीं भी रहे अगर वह किसी मुसीबत में है तो उसे तक उसे पोर्टल के जरिए मदद पहुंचाई जा सकती है। उन्होंने कहा कि श्रमिक कल्याण परिषद लगातार श्रमिकों के हितों के लिए काम कर रही है।