टोनी आलम, एएनएम न्यूज: वरिष्ठ सीटू नेता विवेक चौधरी (Senior CITU leader Vivek Chaudhary) का कल रात 8:30 बजे कोयला श्रमिक भवन में 73 साल की उम्र में देहांत हो गया। उनके निधन पर आसनसोल (Asansol) के पूर्व सांसद वंश गोपाल चौधरी (Gopal Choudhary) ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि वह एक वरिष्ठ वामपंथी नेता थे जिन्होंने आजीवन श्रमिकों की भलाई के लिए संघर्ष किया। वह मुख्यतः बर्धमान जिले से संबंध रखते थे वह वर्धमान के टाउन स्कूल के छात्र थे। उसके बाद वह छात्र आंदोलन से जुड़े वामपंथी श्रमिक नेता रॉबिन सेन की सलाह पर रानीगंज में श्रमिक आंदोलन से जुड़े और हाराधन राय विकास चौधरी और लखन बागदी के साथ यहां पर उन्होंने श्रमिक आंदोलन को मजबूत किया। उन्होंने कहा कि विवेक होम चौधरी पिछले कुछ समय से काफी बीमार चल रहे थे उनको न्यूरोलॉजिकल समस्या हो गई थी लेकिन इसके बावजूद भी उन्होंने संगठन का काम करना नहीं छोड़ा।
चेन्नई में संगठन की जो सभा हुई थी उसमें भी उन्होंने शिरकत की थी लेकिन इसके बाद उन्होंने नई पीढ़ी को आगे लाने के लिए अपनी जिम्मेदारी नहीं पीढ़ी को सौंप दी। उन्होंने कहा कि विवेक होम चौधरी के निधन से श्रमिक आंदोलन को इस क्षेत्र में करारा झटका लगा है। विवेक होम चौधरी का जाना उनके लिए किसी अभिभावक के जाने के समान है। उन्होंने कहा कि वह हमेशा सादगी से जिए और हमेशा लोगों के हितों की चिंता की। विवेक होम चौधरी के पार्थिव शरीर को रानीगंज के कोयला भवन में रखकर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। इसके बाद उनके पार्थिव शरीर को रानीगंज बोरो दफ्तर के समक्ष लाया गया जहां बोरो चेयरमैन मुजम्मिल शहजादा ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। वहां से उनके पार्थिव शरीर को गिरजा पाड़ा के पार्टी कार्यालय लाया गया जहां उनको श्रद्धांजलि (Homage) दी है। इसके उपरांत मेजिया शमशान घाट पर अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया।