राहुल तिवारी, एएनएम न्यूज़: आलोक एंटरप्राइजेज नामक एक निजी कंपनी में पीएचई बॉटलिंग प्लांट (बोतलबंद पेयजल उत्पादन) में बीते सात साल से गार्ड के रूप में कार्यरत पांच श्रमिकों को कार्य से निकालने के बिरोध में एवं बकाया वेतन भुगतान की मांग पर तृणमूल कांग्रेस के बैनर तले श्रमिकों के साथ स्थानीय ने धरना प्रदर्शन किया। श्रमिकों ने आरोप लगाया कि 5 श्रमिकों को न्यूनतम मासिक वेतन 3200 रुपये प्रति श्रमिक दिया जाता था। और बीते कुछ महीनों से बकाया वेतन नही दिया जा रहा है और कार्य से हटा कर बाहर से श्रमिकों को लेकर आया जा रहा है। श्रमिकों ने दावा किया कि आलोक एंटरप्राइजेज का सुपरवाइजर उनके स्थान पर नए श्रमिकों को नियुक्ति कर रहा है। नौकरी गंवाने वाले पांच श्रमिकों के नाम बिशु दास, सम्राट हाड़ी, मिलन प्रधान, दीपक बाउरी और किसन हाड़ी हैं।
उन्होंने मांग की कि उन्हें तुरंत पुनः बहाल किया जाए। और बकाया 6 महीने का वेतन दिया दिया जाये। श्रमिकों ने गम्भीर आरोप लगाया कि आलोक एंटरप्राइज के सुपरवाइजर तृणमूल नेतृत्व के नाम पर बाहरी लोगों को नौकरी देने की कोशिश कर रहा है। ऐसे में उनका होगा? वे कहां जाएंगे? उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को इसकी जानकारी देने के बाद ही प्रदर्शन का रास्ता चुना। जब तक उन्हें पुनःबहाल नहीं किया जाता, उनका आंदोलन जारी रहेगा। हालांकि, एक घंटे के विरोध प्रदर्शन के बाद पीएचई तृणमूल कांग्रेस ट्रेड यूनियन के नेता, कुल्टी थाना के चौरंगी फाड़ी प्रभारी और पीएचई के अधिकारी मौके पर पहुंचे। चर्चा के बाद प्रदर्शनकारियों ने प्रदर्शन समाप्त कर दिया।
इस संदर्भ में तृणमूल नेता व सामाजिक कार्यकर्ता कल्याण घोषाल ने कहा कि पांच स्थानीय युवकों को काम से निकाल दिया गया था, तो पुलिस प्रशासन व पीएचई विभाग के अधिकारी आए और कहा कि बातचीत से समस्या का समाधान हो जाएगा। और चूंकि यहाँ से नवान्न पेयजलापूर्ति की जायेगा, इसलिए उत्पादन शुरू कर दिया गया है।
वही इस संदर्भ में पीएचई विभाग के मैकेनिकल डिवीजन आसनसोल के सहायक अभियंता अनुपम साहा ने बताया कि स्थानीय मजदूरों ने काम की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन शुरू किया था, लेकिन जोकि प्लांट से उत्पादित पेयजल नवान्न जायेगा इसलिए अभी प्लांट शुरू कर दिया गया है तथा बाद में मामले को लेकर अधिकारियों एवं श्रमिकों के साथ बातचीत कर समस्या का समाधान कर लिया जाएगा।