टोनी आलम, एएनएम न्यूज़: बीजेपी (BJP) के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष (Dilip Ghosh) कल दुर्गापुर के मायाबाजार इलाके में पार्टी के विजया सम्मेलन (Vijaya Sammelan) में शामिल होने आये थे। कार्यक्रम के बाद, दुर्गापुर के डीवीसी निर्देशक के बंगले में रात में रुके और आज सुबह स्थानीय विधायक लक्ष्मण घोरुई सहित पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ मायाबाजार डीटीपीएस क्षेत्र में सुबह की सैर पर गए। इस दौरान बीजेपी नेता दिलीप घोष गोपालमाठ पानी टंकी के पास चाय पे चर्चा में शामिल हुए। बीजेपी नेता दिलीप घोष ने राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सरकार की तीव्र आलोचना की। इसके साथ ही दिलीप घोष ने सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ हो रही सीबीआई जांच पर भी खुलकर बात की। साथ ही आज मेदिनीपुर में दिलीप घोष की सभा थी जहां स्थानीय प्रशासन अनुमति को लेकर आनाकानी कर रहा था। इस पर भी उन्होंने अपनी बात रखी। महुआ मैत्रा पर अपनी राय रखते हुए उन्होंने बताया कि जांच में यह बात सामने आई है कि उन्होंने विदेश से उपहार के बदले संसद में सवाल पूछे थे तो इसी वजह से सीबीआई (CBI) जांच हो रही है। यह बात एथिक्स कमिटी की जांच में सामने आई है।
उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य की पुलिस ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) के इशारे पर बीजेपी के नेताओं को झूठे मामलों में फंसा रही है जबकि टीएमसी के भ्रष्टाचारी खुला घूम रहे हैं। वहीं उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि राज्य प्रशासन भाजपा जनप्रतिनिधियों को सुरक्षा नहीं दे रही है। यहां तक कि जिन बीजेपी जनप्रतिनिधियों को उच्चतम श्रेणी सुरक्षा मिली हुई है उनकी सुरक्षा में भी चूक बरती जा रही है जिस वजह से मालदा के बीजेपी विधायक की गाड़ी में दो बार टक्कर मारी गई। पता चला कि टक्कर मरने वाला टीएमसी (TMC) नेता का करीबी है। वही दिलीप घोष ने स्पष्ट रूप से कहा कि टीएमसी बांग्लादेश के घुसपैठियों को यहां का वोटर कार्ड और राशन कार्ड दे रही ताकि वह टीएमसी को वोट दे। उन्होंने कहा कि इन सब चीजों का भाजपा द्वारा पुरजोर विरोध किया जा रहा।