फूलों पर नहीं बल्कि आग पर चलकर आया हूं, ब्याज के साथ हिसाब लूंगा : दिलीप घोष (Video)
पहले की कहावत है कि पुलिस छूने से 18 घाव और अब ईडी-सीबीआई छूने से 42 घाव। चोरी करने वालों को भगवान भी नहीं बचा सकता। तृणमूल को चेतावनी दी, ''दिलीप घोष फूलों पर चलके नहीं बल्कि आग पर चलके आए हैं।''
टोनी आलम, एएनएम न्यूज़ : सुबह-सुबह भाजपा प्रत्याशी दिलीप घोष ने तृणमूल पर हमला बोला। दिलीप घोष ने कहा कि बर्दवान दुर्गापुर लोकसभा क्षेत्र के भतार मंतेश्वर में अभी भी भाजपा की दीवार लेखन को मिटाया जा रहा है और दीवार को लिखने नहीं दे रही है। मंदिर में जाने पर दरवाजा बंद कर दिया जाता है। यह घटना विधायक के क्षेत्र में हो रही है। लेकिन मैं उन सभी क्षेत्रों में जाऊंगा। मै मेदिनीपुर में माफिया राज खत्म कर दिया और बर्दवान दुर्गापुर में भी खत्म कर दूंगा। सोमवार को बर्धमान के दुर्गापुर के क्लब सैंटोस मैदान में प्रातः भ्रमण के बाद 'बचके रहना रे बाबा, बचके रहना रे' गाने की धुन पर दुर्गापुर के तृणमूल उम्मीदवार कीर्ति आजाद पर जमकर बरसे। अपने ही दल के लोगों से बचने के लिए उन्हें मंदिर में प्रवेश करना पड़ा। उन्हें टीएमसी से भागने का संकेत मिल गया। मुख्यमंत्री ने कल कहा था कि अगर ईडी, सीबीआई को बुलाती है तो यह स्पष्ट बोल देना कि चुनाव के काम में व्यस्त हूं। इस संदर्भ में दिलीप घोष ने कहा सीबीआई बुलाने के बाद नहीं जाने पर क्या होता है उनके नेताओं को पता है। पहले की कहावत है कि पुलिस छूने से 18 घाव और अब ईडी-सीबीआई छूने से 42 घाव। चोरी करने वालों को भगवान भी नहीं बचा सकता। तृणमूल को चेतावनी दी, ''दिलीप घोष फूलों पर चलकर नहीं बल्कि आग पर चलकर आए हैं।''
इसके बाद उन्होंने दुर्गापुर के वार्ड नंबर 32 के पलाशडीहा में स्थानीय तृणमूल नेताओं को चेतावनी देते हुए कहा कि पहले टीएमसी को संभालो फिर बंगाल को संभालो। "कीर्ति आजाद को धक्का मारो, अपने लोगों को ठोको" हमें कोई फर्क नहीं पड़ता, अगर बीजेपी कार्यकर्ताओं पर तुम हाथ डालोगे तो याद रखना, दिलीप घोष ने यहां कदम रखा है। खड़गपुर में एक बार खबर लेकर देखिए कि दिलीप घोष कैसे आदमी हैं। जीतने के बाद मैं पांच साल यहीं रहूंगा और फिर ब्याज के साथ हिसाब लूंगा।