टोनी आलम, एएनएम न्यूज़: राशन भ्रष्टाचार मामले (ration corruption case) में राज्य की राजनीति में उबाल आ गया है। फिलहाल राज्य के पूर्व खाद्य मंत्री और वन मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक (Jyotipriya Mallik) राशन भ्रष्टाचार के आरोप में जेल में हैं। राशन भ्रष्टाचार मामले को लेकर राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी बीजेपी से लेकर सभी राजनीतिक दल मौजूदा राज्य सरकार पर उंगली उठा रही हैं। इनका आरोप है कि इसमें राज्य की सत्ताधारी पार्टी के नेताओं और मंत्रियों की संलिप्तता है। स्थानीय लोगों को संदेह हुआ कि मंगलवार सुबह पांडवेश्वर विधानसभा (Pandaveshwar Assembly) के दुर्गापुर फरीदपुर ब्लॉक (Durgapur Faridpur Block) के रांगामाटी गांव में एक आईसीडीएस केंद्र से कई बोरी चावल की तस्करी (rice smuggling) की जा रही है। आरोपों का इशारा आईसीडीएस सेंटर की कर्मी सुषमा रुइदास की ओर है। यह भी आरोप है कि आईसीडीएस केंद्र की इस कर्मी को अक्सर तृणमूल कांग्रेस के विभिन्न कार्यक्रमों में देखा जाता था।
टोटो में चावल की तस्करी के दौरान स्थानीय लोगों ने लाउ दोहा से गौरबाजार जाने वाली सड़क के बीचो बीच टोटो को रोक कर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। स्थानीय लोगों का कहना है कि छोटे बच्चों के खाने की इस तरह तस्करी क्यों की जाएगी? हालांकि घटना में आरोपित आईसीडीएस कर्मी का पता नहीं चला। खबर सामने आते ही लाउ दोहा फरीदपुर थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। इसके अलावा दुर्गापुर फरीदपुर ब्लॉक अध्यक्ष और जिला परिषद खाद्य कार्याध्यक्ष सुजीत मुखर्जी और दुर्गापुर फरीदपुर ब्लॉक सामूहिक विकास अधिकारी अर्घ्य मुखर्जी भी पहुंचे। स्थानीय निवासी और घटना के प्रत्यक्षदर्शी शेख अनारुल ने कहा कि आईसीडीएस केंद्र से चावल लेने के दौरान उन्होंने कर्मचारी से पूछा कि चावल कहां जा रहा है।
उन्होंने जवाब दिया कि चावल श्रीकृष्णपुर गांव के एक आईसीडीएस केंद्र में जाएगा। उस केंद्र को चावल की जरूरत है इसलिए इस केंद्र से उधार दिया जा रहा है। घटना से आशंकित होकर उसने चावल भरने वाले टोटो का पीछा किया। उसने देखा कि टोटो श्रीकृष्णपुर की बजाय लाउदोहा की ओर जा रहा था। जब टोटो को सड़क पर रोक कर चालक से पूछा तो वह सही जवाब नहीं दे सका। जिसके बाद मौके पर बड़ी संख्या में स्थानीय निवासी एकत्र हो गये। मौके पर पहुंचे दुर्गापुर फरीदपुर ब्लॉक अध्यक्ष सुजीत बाबू ने कहा कि एक समय आईसीडीएस कार्यकर्ता तृणमूल की अध्यक्ष थीं, अब वह तृणमूल की सदस्य नहीं हैं। वह महज एक आईसीडीएस केंद्र कर्मी है। साथ ही सुजीत बाबू ने यह भी कहा कि बच्चों के भोजन के लिए चावल चुराने की कोशिश करने वालों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।