टोनी आलम, एएनएम न्यूज़: पुनर्वास की मांग को लेकर ग्राम बचाओ समिति द्वारा धरना प्रदर्शन किया गया। शुक्रवार की सुबह हरिपुर के ग्रामीणों ने केंदा एरिया कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया। हरिपुर पंचायत के उप प्रधान गोपीनाथ नाग के नेतृत्व में ग्रामीण अंचल कार्यालय के समक्ष एकत्र हुए। ग्रामीणों का दावा है कि कोयला खनन के कारण लंबे समय से क्षेत्र में विभिन्न स्थानों पर भूस्खलन और पानी की कमी हो गई है। इससे ग्रामीण दहशत में दिन गुजार रहे हैं और इसीलिए हरिपुर के ग्रामीणों की मांग ईसीएल अधिकारियों से है कि उन्हें तत्काल पुनर्वास दिया जाए। ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र ही हरिपुर गांव का पुनर्वास नहीं किया गया तो वे खनन कार्य बंद कर आंदोलन करने को बाध्य होंगे। इस संबंध में ईसीएल अधिकारियों से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। इस बारे में गोपीनाथ नाग ने बताया कि फरवरी महीने में एक स्कूल के सामने भू-धसान हुआ था उसके बाद दो तालाबों में धसान हुआ था जिस वजह से इलाके में अपनी जमीन के नीचे चला गया था। इसके बाद एरिया के जीएम और वीडियो को बताया गया था वीडियो कार्यालय में एक बैठक भी हुई थी जहां कंपनी की तरफ से आश्वासन दिया गया था। जीजीएस स्कूल के सामने भु-धसान हुआ है उसे स्कूल को स्थानांतरित किया जाएगा और लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी। लेकिन अभी तक कोई काम नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि अभी हाल ही में एक और स्कूल के सामने धसान हुआ। फिर एक तालाब और एक किसान जब अपने खेत में काम कर रहा था तब उसे खेत में भी धसान हुआ। उन्होंने कहा कि इसी तरह से ऐसा चलता रहा तो इलाके के लोग बेहद आतंक में है और वह इससे मुक्ति चाहते हैं। उन्होंने कहा कि इससे पहले यहां के जो महाप्रबंधक थे उन्होंने सिर्फ चिकनी चुपड़ी बातें की लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। उन्होंने उम्मीद जताई कि नए महाप्रबंधक कोई सकारात्मक पहल करेंगे जिससे कि इलाके के लोगों को इससे मुक्ति मिले। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा नहीं होता तो इलाके के लोग बड़े पैमाने पर आंदोलन करेंगे वही स्थानीय एक ग्रामीण ने बताया कि इलाके के लोग बेहद आतंकी थे वह रात में सो नहीं पाते उनको डर लगता है कि कहीं उनका पूरा घर जमींदोज न हो जाए।