टोनी आलम, एएनएम न्यूज़: पंचायत बोर्ड (Panchayat Board) के गठन को लेकर जामुड़िया (Jamuria) के डोबराना पंचायत (Dobrana Panchayat) में भारी तनाव है। तृणमूल कांग्रेस (Trinamool Congress) के एक वर्ग ने पंचायत के सामने जबरदस्त विरोध प्रदर्शन (Protest) किया। इसके साथ ही प्रखंड अध्यक्ष पर पंचायत में विजयी प्रत्याशियों को पीटने और हिरासत में लेने का आरोप लगा है। इसके अलावा तृणमूल कांग्रेस की पंचायत सदस्य शीला गराई ने पुलिस पर पक्षपात का आरोप लगाया। हालांकि जामुड़िया दो नंबर तृणमूल कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष ने आरोपों से इंकार किया है। तृणमूल कांग्रेस के चुनाव चिन्ह (election symbol) पर जीतने वाली उम्मीदवार शीला गराई ने आरोप लगाया कि उनके एक उम्मीदवार को तृणमूल कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष सिद्धार्थ राणा और उनकी टीम ने पीटकर पंचायत कार्यालय से बाहर निकाल दिया। शीला देवी ने यह भी आरोप लगाया कि दो अन्य तृणमूल पंचायत सदस्यों से जबरन हस्ताक्षर कराया गया।
आपको बता दें कि, जामुड़िया के डोबराना ग्राम पंचायत में सीटों की कुल संख्या 8 है। हालाँकि एक निर्दलीय उम्मीदवार ने जीत हासिल की, बाकी सात सीटें तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवारों ने जीतीं। इस बार चुनाव आयोग ने प्रमुख पंचायत सीट सामान्य जाति के लिए तय की है। इसी तरह तृणमूल कांग्रेस के एक वर्ग ने मांग किया कि एकमात्र सामान्य जाति की विजेता उम्मीदवार शीला गराई को प्रधान बनाया जाना चाहिए, क्योंकि प्रधान सामान्य जाति से हो सकती है। लेकिन पार्टी के एक अन्य वर्ग ने इस प्रधान की सीट पर प्रमिला कोले को बिठाने का प्रस्ताव रखा। तृणमूल कांग्रेस के सूत्रों के अनुसार, पार्टी में यह निर्णय लिया गया कि जो भी चुनाव जीतेगा, उसे प्रधान बनाया जाएगा। लेकिन कल रात से जीतने वाले उम्मीदवारों को तृणमूल के एक वर्ग द्वारा धमकी दी गई है और इतना ही नहीं उनका अपहरण भी कर लिया गया है। वही जामुड़िया ब्लॉक नंबर दो तृणमूल कांग्रेस के अध्यक्ष सिद्धार्थ राणा पूरे मामले पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते।