विभिन्न मांगों को लेकर कोलियरी प्रबंधन का घेराव

ईसीएल के सातग्राम-श्रीपुर एरिया अंतर्गत एसएसआई इंकलाइन में विभिन्न मांगों को लेकर ज्वाइंट एक्शन कमेटी ने कोलियरी प्रबंधन का घेराव किया।

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Ankita Kumari Jaiswara
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टोनी आलम, एएनएम न्यूज़: ईसीएल के सातग्राम-श्रीपुर एरिया अंतर्गत एसएसआई इंकलाइन में विभिन्न मांगों को लेकर ज्वाइंट एक्शन कमेटी ने कोलियरी प्रबंधन का घेराव किया। इस दिन कोलियारी प्रबंधन सिद्धार्थ वेले और नींघा ग्रुप ऑफ माइंस के कार्मिक प्रबंधन अजीत कुमार मजूमदार ने घंटो घेराव करते हुए अपनी मांगे रखी। इस प्रदर्शन के दौरान केकेएससी श्रम संगठन के नेता नारायण साव ने कहा कि कोलियारी में सुरक्षा को अनदेखी कर रहे हैं। खदान के अंदर पानी भर रहा है, सही तरह की पंपिंग की व्यवस्था नहीं की जा रही है। कोलियारी प्रबंधन से सुरक्षा के उपकरण नहीं मिल रही है और बालू भराई में कोताही बढ़ती जा रही है। 

वही श्रमिकों के आवास की मरम्मत सही रूप से नहीं की जा रही। अभी भी बहुत सारे श्रमिकों के आवासों में छत का हिस्सा टूट रहा है जिसके वजह से कभी भी कोई बड़ी दुर्घटना घट सकती है। प्रबंधन के इस तानाशाही के विरोध में आज लोगों ने ज्वाइंट एक्शन कमेटी के बैनर तले प्रबंधन का घेराव किया। वही नींघा ग्रुप ऑफ माइंस के कार्मिक प्रबंधन अजीत कुमार मजूमदार ने बताया की श्रम संगठन द्वारा मांगों को गंभीरता से लिया जाएगा, जो भी उचित कार्य होगा वह हमलोग जरूर करने का प्रयास करेंगे। 

इस मौके पर केकेएससी से नारायण साव, सुभान मियां, सीटू से बिरेंद्र महतो, रामकुमार नोनिया, एचएमएस से रामाधार हरिजन, किशनदेव दास, इंटक से हरेराम सिंह, बीएमएस शिवनंदन मंडल, इनमोसा अफताब आलम आदि उपस्थित थे। इस संदर्भ में केकेएससी के नारायण साव ने बताया कि मजदूरों की विभिन्न मांगों के समर्थन में आज ज्वाइंट एक्शन कमेटी की तरफ से प्रबंधन का घेराव किया गया। उन्होंने बताया कि जिस तरह से कोलियरी में कोयला होते हुए भी प्रबंधन द्वारा कोयला का उत्खनन बंद किया गया है वो सही नहीं है। उन्होंने दावा किया कि अभी भी खदान के अंदर दो साल का कोयला बाकी है। इसके साथ ही खदान के अंदर सुरक्षा को लेकर भी सवाल उठाए गए। वहीं कोलियरी कॉलोनी के आवासों की बदहाल स्थिति पर भी जॉइंट एक्शन कमेटी द्वारा असंतोष जाहिर किया गया। हालांकि जब हमने इस बारे में निगा ग्रुप ऑफ माइनस के कार्मिक प्रबंधक अजीत कुमार मजूमदार से बात की तो उन्होंने कहा कि खदान के भीतर सुरक्षा का कोई बहुत बड़ा मसला नहीं है सुरक्षा के पर्याप्त उपाय किए गए हैं। वहीं आवासों की मरम्मत के मुद्दे पर उन्होंने बताया कि यह एक सतत चलने वाली प्रक्रिया है जो लोग आवेदन कर रहे हैं उनके घरों की मरम्मत की जा रही है और यह आगे भी जारी रहेगी।