मां सिद्धेश्वरी अत्यंत जागृत, 150 वर्ष पुराने काली पूजा

उस समय उनके ही गांव में स्थित माता सिद्धेश्वरी ने हृदयराम बाबू को स्वप्न में अपने ससुराल ले जाने का निर्देश दिया। उसके बाद से हृदयराम बाबू मां सिद्धेश्वरी के साथ बेनाली गांव में पूजा-अर्चना करते आ रहे हैं। 

author-image
Jagganath Mondal
New Update
benali kali puja 2810

टोनी आलम, एएनएम न्यूज़ : बेनाली गांव के चक्रवर्ती परिवार की माता सिद्धेश्वरी काली पुजा ने 150 वर्ष पूरे कर लिए हैं। कहा जाता है कि यह सिद्धेश्वरी काली अत्यंत जागृत हैं। मां सिद्धेश्वरी भक्तों की मनोकामना पूरी करती हैं। कथित तौर पर पता चला है कि हृदयाराम चक्रवर्ती बेनाली गांव के दामाद थे। वह एक दिन अपना गाँव छोड़कर अपने ससुर के घर आ गये। उस समय उनके ही गांव में स्थित माता सिद्धेश्वरी ने हृदयराम बाबू को स्वप्न में अपने ससुराल ले जाने का निर्देश दिया। उसके बाद से हृदयराम बाबू मां सिद्धेश्वरी के साथ बेनाली गांव में पूजा-अर्चना करते आ रहे हैं। 

मालूम हो कि इस मां की पूजा के लिए राज्य के विभिन्न हिस्सों और यहां तक ​​कि दूसरे राज्यों से भी कई भक्त आते हैं। ऐसा माना जाता है कि जो भक्त पुरी श्रद्धां से मां की पूजा करते हैं, मां उनकी मनोकामनाएं पूरी करते हैं। पूजा के अगले दिन, नरनारायण सेवा की जाती है। चक्रवर्ती परिवार के सदस्य सुबह पूजा करने आते हैं। पूजा के साथ-साथ विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किये जाते हैं। इस पूजा में चक्रवर्ती परिवार के अलावा गांव के लोग भी शामिल होते हैं। फिलहाल इस पूजा की जिम्मेदारी चक्रवर्ती परिवार के सुधाकर चक्रवर्ती, संचय चक्रवर्ती, बिलु चक्रवर्ती संभाल रहे हैं।