टोनी आल, एएनएम न्यूज़ : शनिवार को जामुड़िया क्षेत्र के आठ नंबर वार्ड के बिचपुर नेताजी शिक्षा निकेतन विद्यालय में एक सार्वजनिक मंच का उद्घाटन आसनसोल के सांसद शत्रुघ्न सिन्हा के हाथों किया गया। वहीं दूसरी ओर बिजपुर नेताजी शिक्षा निकेतन विद्यालय के भवन का उपरी मंजिल के दीवारों, छत एवं पायों की दशा बहुत ही खराब देखने को मिली। बहुत सारे भवन के हिस्सों से पपड़ी छूट रही है तो कहीं रड दिखाई दे रहे हैं। कई स्थानों से सीमेंट छूट कर नीचे गिरी हुई पाई गई। ऐसे में सवाल उठना लाजिमी है कि स्कूल मैं मंच का निर्माण करना जरूरी था या की जर्जर हो चुके भवन के उन हिस्सों कि मरम्मत करना जरूरी था। ऐसे में यह भी सवाल उठ रहा है कि स्कूल में कभी भी छात्रों के साथ कोई भी दुर्घटना घट सकती है।
इस संदर्भ में स्कूल के प्रधानाध्यापक से जब सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मंच का उद्घाटन करने से पहले स्कूल के भवन का मरम्मत करना जरूरी था, प्रधान शिक्षक ने कहा कि इस संदर्भ में भी उन्होंने आज के कार्यक्रम के दौरान इलाके के सांसद शत्रुघ्न सिन्हा को एक फाइल दी है। उन्होंने आगे कहा कि स्कूल के मरम्मत के लिए ईसिएल सीएसआर विभाग, डिआई सेकेंडरी, डीपीओ पश्चिम बर्धमन इन सभी जगह पर उन्होंने स्कूल के झज्जर हालात के संदर्भ में कई बार आवेदन भी किया है और स्कूल के द्वारा प्लान भी भेज दिया गया है। उन्होंने माना है कि इस मरम्मत कर में बहुत सारी धनराशि की आवश्यकता है। जो अब तक कई जगहों पर तीन बार स्कूल के तरफ से आवेदन किया गया है पर अब तक स्कूल को मरम्मत के लिए धनराशि नहीं मिली उन्होंने कहा यह बात दुर्भाग्यपूर्ण है।
वही इस बारे में आसनसोल नगर निगम के शिक्षा विभाग के एमएमआईसी सुब्रत अधिकारी ने कहा कि इस मंच का निर्माण किया गया है। इस मंच के निर्माण करने से स्कूल के साथ-साथ गांव के लोगों को भी सुविधा होगी इस पांच के आसपास दो गेट बनाए गए हैं, जब स्कूल प्रबंधन को इस मंच की आवश्यकता होगी तो एक गेट खोला जाएगा और जब गांव वालों को इस मंच की आवश्यकता होगी तो दूसरा गेट खोला जाएगा। उन्होंने कहा कि स्कूल भवन की हालत जर्जर है वह एक अलग विषय है। उसके लिए प्रबंधन द्वारा चिट्ठी लिखी गई है। उम्मीद है कि यह बहुत जल्द मरम्मत कर लिया जाएगा। वहीं उन्होंने कहा कि पत्रकारों के साथ ना तो आयोजन कमेटी से जुड़े किसी ने और नहीं किसी जिम्मेदार व्यक्ति ने गलत बर्ताव किया उनका सम्मान के साथ बैठने के लिए कहा गया था। अगर किसी गांव वालों ने उनके साथ धक्का मुखी की है तो इसकी जिम्मेदारी आयोजन कमेटी से जुड़े लोगों की नहीं है। हालांकि वह इस बात का जवाब नहीं दे सके की इस न्यूज़ की कवरेज करने आए पत्रकारों को अगर बैठने की जगह नहीं मिली और उनको बाहर जाना पड़ा तो इसके लिए जिम्मेदार कौन है।