टोनी आलम, एएनएम न्यूज़: 31 जुलाई यानी हिंदी और उर्दू साहित्य के महान साहित्यकार कथा सम्राट मुझे प्रेमचंद के जयंती मुंशी प्रेमचंद एक महान साहित्यकार हमेशा स्रोत भी थे। इस साल उनकी 144वीं जन्म जयंती मनाई गई। इस मौके पर पश्चिम बंगाल हिंदी भाषा समाज जामुड़िया की तरफ से उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया। इस दौरान पश्चिम बर्दवान जिला कमेटी के सदस्य विकास यादव ने कहा कि साहित्य और कला जगत में मुंशी प्रेमचंद आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं जितना पहले थे। उन्होंने कहा कि प्रेमचंद की रचना है समाज का दर्पण है। मुंशी प्रेमचंद हमेशा सामाजिक चेतना और ज्वलंत मुद्दों को सबके साथ साझा करने के लिए याद किए जाएंगे। मुंशी प्रेमचंद की रचनाएं बच्चों से लेकर युवाओं तक को प्रेरित करती है। विकास यादव ने कहा कि मुंशी प्रेमचंद की रचनाओं के जरिए न सिर्फ समाज अपने आप को उससे जुड़ा हुआ महसूस करता है बल्कि यह एक आईने का भी काम करते हैं। कार्यक्रम के दौरान गोपाल दास, शंकर रवानी, मोहम्मद जब्बार, मोहम्मद रमजान, शमशेर सिद्दीकी मौजूद थे।