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टोनी आलम, एएनएम न्यूज: इन दिनों सोशल मीडिया में एक वीडियो वायरल हो रहा है। हालांकि हमने इस वीडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं की है। वीडियो में कुछ तृणमूल कार्यकर्ताओं द्वारा एक व्यक्ति को पीटते हुए देखा जा सकता है। इनमें पांडवेश्वर (Pandaveshwar) थाना अंतर्गत जामुड़िया (Jamuria) ब्लॉक नंबर 2 के श्यामला पंचायत प्रधान असित मंडल भी शामिल हैं। हालांकि असित बाबू ने कहा कि उन्हें इस वीडियो के बारे में कुछ नहीं पता। जानकारी के मुताबिक करीब 15 दिन पहले पांडवेश्वर के खोट्टा गांव में एक व्यक्ति के घर में चोरी हुई थी। चोर की तस्वीर शख्स के घर के बगल में स्थित एक बैंक के सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। निमशा दासपारा के निवासी दीप रुइदास को इलाके में देखा जा सकता है। इलाके के एक वर्ग का कहना है कि इससे पहले भी देवू को चोर (Thief) होने के संदेह में कई बार पुलिस (Police) ने हिरासत में लिया (Arrest) था। चोर के संदेह में देवू को एक क्लब में ले जाया गया और जमकर पीटा गया। और इस पिटाई में इलाके के श्यामला पंचायत के तृणमूल पंचायत प्रधान असित मंडल लाठी लिए नजर आ रहे हैं। घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, भाजपा (BJP) नेता जितेंद्र तिवारी ने ट्वीट किया, "पुलिस प्रशासन मूक दर्शक की भूमिका निभा रहा है क्योंकि वीडियो में तृणमूल (TMC) कार्यकर्ता कानून को अपने हाथ में लेते हुए और चोर होने के संदेह में एक युवक की पिटाई करते दिख रहे हैं, जबकि प्रशासन उदासीन है।
Law of ruling TMC prevails in Jamuria.
— Jitendra Tiwari * জিতেন্দ্র তিওয়ারি (@JitendraAsansol) September 15, 2023
Police seems helpless because the attackers are TMC Leaders cum goons pic.twitter.com/BSUEiDYuQA
हालाँकि हमने वायरल वीडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं की है, लेकिन विपक्षी दल इस घटना को लेकर मुखर हो रहे हैं। यदि कोई व्यक्ति कोई गलत आपराधिक गतिविधि करता है तो उसे पुलिस के हवाले कर देना चाहिए। इस क्षेत्र के एक वर्ग का मानना है कि किसी व्यक्ति को पुलिस के हवाले किए बिना उसकी पिटाई करना बिल्कुल भी मानवता का उदाहरण नहीं है। सूत्रों के अनुसार, सूत्रों से पता चला है कि जिस व्यक्ति को चोर होने के संदेह में गिरफ्तार किया गया था और उसे पुलिस को सौंप दिया गया है। पुलिस घटना की जांच में जुट गई है।