टोनी आलम, एएनएम न्यूज़: जामुड़िया सिंघारन नदी बेहद प्राचीन है, यह नदी जामुड़िया से शुरू होकर अंडाल से होते हुए दामोदर तक बहती है। लेकिन वर्तमान में जामुड़िया के निजी फैक्ट्री के खिलाफ इस नदी की गति को विलुप्त करने का आरोप लगाया जा रहा है। कथित तौर पर, पहले यह नदी 15 से 20 फीट चौड़ी थी और नदी का पानी साफ होता था और नदी में मछलियाँ देखी जा सकती थीं, अब इस कंपनी की वजह से सब कुछ खत्म हो गया है। इस मामले में सुपर स्मेल्टर, गगन फेरोटेक, श्याम सेल, आर ए आई सी जैसी कई कंपनियों के नाम सामने आए हैं। इसे लेकर आज जामुड़िया पुलिस स्टेशन में इकरा औद्योगिक क्षेत्र के इकरा ग्राम सुरक्षा समितियों, कंपनी के अधिकारियों और जामुड़िया पुलिस स्टेशन की पुलिस के साथ एक बैठक आयोजित की गई, जिसमें नदी की रक्षा की जा सके और वर्तमान स्थिति को सामने लाया जा सके।
हालाँकि कंपनी के एक अधिकारी ने बताया कि जल्द ही मामले का समाधान निकाल लिया जाएगा। इस बारे में पत्रकारों से बात करते हुए एक ग्रामीण भैरव चटर्जी ने बताया कि पिछले तीन दिनों से जामुड़िया में जो लगातार बारिश हुई थी इस वजह से इकरा शमशान और काली मंदिर में पानी भर गया था। उन्होंने कहा कि सिंघारन नदी के किनारे गगन फेरोटेक श्याम सेल आरआईसी बर्न स्टील जैसी कंपनियां है उनकी वजह से नदी इतनी संकरी हो गई है कि बारिश में जल भराव हो जाता है। उन्होंने कहा कि जामुड़िया थाने के प्रभारी की मध्यस्थता में जो बैठक हुई वह काफी सकारात्मक हुई और उनका पूरा भरोसा है कि अब इस समस्या का समाधान होगा। उन्होंने कहा कि पहले यह नदी जितनी चौड़ी हुआ करती थी उसे नदी को उतना चौड़ा करवाना ही इनका एकमात्र उद्देश्य है। वही कंपनी के एक अधिकारी निरंजन कविराज से जब हमने इस मुद्दे पर बात की तो उन्होंने कहा कि प्राकृतिक आपदा की वजह से यह समस्या उत्पन्न हुई थी।