कोयला खदान का उत्पादन एंव ट्रांसपोर्टेशन बाधित कर विरुद्ध प्रदर्शन (Video)
ग्रामीणों का आरोप है कि ईसीएल उनकी जमीन का 70 प्रतिशत हिस्सा ले चुका है इसके बावजूद अब तक उनको ईसीएल ने नियोजन एंव हर्जाना नहीं दिया है। ग्रामीणों का आरोप है कि गांव में एक तालाब जिसका उपयोग ग्रामीण करते थे इसे ईसीएल (ECL) ने भर दिया है।
राहुल तिवारी, एएनएम न्यूज़: सालानपुर ईसीएल एरिया (Salanpur ECL area) के मोहनपुर कोयला खदान (Mohanpur coal mine) में खदान से सटे मनोहरा, पहाड़पुर, केसरडीह, राधाडीह एंव खैराबाद क्षेत्र के ग्रामीणों ने सोमवार को जमीन के बदले नौकरी एंव विभिन्न मांगों को लेकर करीब दो घण्टे तक कोयला खदान का उत्पादन एंव ट्रांसपोर्टेशन (transportation) बाधित कर प्रदर्शन किया।
ग्रामीणों का आरोप है कि ईसीएल उनकी जमीन का 70 प्रतिशत हिस्सा ले चुका है इसके बावजूद अब तक उनको ईसीएल ने नियोजन एंव हर्जाना नहीं दिया है। ग्रामीणों का आरोप है कि गांव में एक तालाब जिसका उपयोग ग्रामीण करते थे इसे ईसीएल (ECL) ने भर दिया है। जिससे पीने के पानी तक की समस्या खड़ी हो गई है।
ग्रामीण अरुण सोरेन (Arun Soren) ने कहा कि पिछले एक साल से सालानपुर इलाके के आस पास के गांवों के लोगों को जमीन के बदले नौकरी नही मिली है। हमें बिना बताए जमीन का अधिग्रहण कर लिया गया है। और हमें हर्जाना नही दिया गया हैं। इसके बावजूद जमीन पर कोयला खनन शुरू हो गया है। ग्रामीणों ने जमीन का बकाया एंव ईसीएल में नियोजन की मांग की है। दो घंटे के प्रदर्शन के बाद ईसीएल एरिया के अधिकारी मौके पर पहुँचे, उन्होंने ग्रामीणों से बात कर आश्वासन दिया कि मामले को लेकर उच्च अधिकारियों से बात कर दो दिनों में ग्रामीणों संग एक बैठक कर मामले को निपटाने का प्रयास किया जायेगा। आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने प्रदर्शन समाप्त किया। वही मोहनपुर एजेंट सुभाष मंडल ने बताया कि दो दिनों के अंदर ग्रामीणों से बात कर समस्या का समाधान किया जायेगा।