टोनी आलम, एएनएम न्यूज: पंचायत चुनाव (panchayat elections) में तृणमूल कांग्रेस (Trinamool Congress) पर व्यापक धांधली का आरोप लगाते हुए आज यानि मंगलवार को मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (Marxist Communist Party) के रानीगंज लोकल एरिया कमेटी (Raniganj Local Area Committee) की तरफ से रानीगंज के वीडियो कार्यालय (video office) के सामने विक्षोभ प्रदर्शन किया गया और एक ज्ञापन सौंपा गया। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने बड़ी संख्या में वीडियो कार्यालय के सामने पहुंच कर विरोध प्रदर्शन (Protest) किया और आरोप लगाया कि पुलिस प्रशासन वीडियो के सहयोग से मतदान से लेकर मतगणना के दिन तक चुनाव प्रक्रिया में व्यापक धांधली की गई है।
मार्क्सवादी नेता सुप्रिया राय ने आरोप लगाया कि नामांकन की प्रक्रिया से लेकर मतगणना के दिन तक पुलिस प्रशासन और वीडियो की मदद से कांग्रेस में चुनाव की प्रक्रिया को प्रभावित करने की कोशिश की है। माकपा कार्यकर्ताओं और समर्थकों पर हमले किए हैं, जिनमें कई घायल हो गए हैं और इन सब में पुलिस प्रशासन और वीडियो की प्रत्यक्ष मदद रही है। हालांकि इस बारे में जब हमने रानीगंज के वीडियो से बात की तो उन्होंने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया और कहा कि जो भी हुआ है वह चुनाव आयोग के दिशा निर्देश और उनकी निगरानी में हुआ है। उन्होंने स्वीकार किया कि संजय हेंब्रम नामक एक आदिवासी माकपा कार्यकर्ता पर हमला हुआ है लेकिन उसकी जांच पुलिस द्वारा की जा रही है और इस पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते।
वही जब हमने इस बारे में तृणमूल कांग्रेस नेता विनोद नोनिया से बात की तो उन्होंने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया और कहा कि अगर तृणमूल कांग्रेस चुनाव की प्रक्रिया को प्रभावित करती तो माकपा को जितनी भी सीटें मिली है वह भी नहीं मिलती। चुनाव पूरी तरह से निष्पक्ष हुआ है और जनता ने एक बार फिर से माकपा को खारिज कर दिया है उन्होंने कहा कि उन पर जो मतदान की प्रक्रिया को प्रभावित करने के आरोप लगाए जा रहे हैं वह पूरी तरह से निराधार है। इन पंचायत चुनाव में वह खुद एक प्रत्याशी थे और मतगणना के दिन वह मतगणना केंद्र पर जा सकते हैं।