विभिन्न कारखाना द्वारा अवैध अतिक्रमण, स्थानीय निवासियों ने किया विरोध प्रदर्शन

जामुड़िया के इकड़ा गांव के निवासियों ने शनिवार को सिंगारन नदी के किनारे पर एक निजी स्थान जागरण कारखाना द्वारा अतिक्रमण करने के खिलाफ एकजुट होकर विरोध प्रदर्शन किया।

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Ankita Kumari Jaiswara
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टोनी आलम, एएनएम न्यूज़: जामुड़िया के इकड़ा गांव के निवासियों ने शनिवार को सिंगारन नदी के किनारे पर एक निजी स्थान जागरण कारखाना द्वारा अतिक्रमण करने के खिलाफ एकजुट होकर विरोध प्रदर्शन किया। इस नदी के किनारों पर निजी स्पंज आयरन फैक्ट्रियों ने कब्जा कर लिया है, उनकी मांग है कि सिंगारन नदी को तत्काल पूर्व स्थिति में लाया जाए। इनका कहना है कि पहले यह नदी 100 फीट चौड़ी हुआ करती थी लेकिन अब यह 10 फीट की रह गई है। इसकी वजह विभिन्न कारखाना द्वारा अवैध अतिक्रमण है। इसी के खिलाफ आज इकड़ा ग्राम रक्षा कमेटी की तरफ से नदी को अतिक्रमण मुक्त करने की मांग को सामने रखते हुए विभिन्न कारखानों के सामने विरोध प्रदर्शन किया गया। आपको बता दें कि परसों से शुरू हुई लगातार बारिश की वजह से इकड़ा शमशान पूरी तरह से डूब गए थी इसी को देखते हुए आज इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया। 

इस बारे में अक्षय बनर्जी नामक एक व्यक्ति ने बताया कि कारखाने की वजह से यहां के लोगों को भारी दिक्कतें पेश आ रही हैं। सिंगारन नदी के किनारे अतिक्रमण किया गया है यहां तक की नदी को एक नाले में तब्दील कर दिया गया है जिस वजह से जब बारिश होती है तो इस नदी का पानी इकड़ा शमशान में चला जाता है जिससे वहां पर किसी व्यक्ति का अंतिम संस्कार करना तक मुश्किल हो जाता है। बीतें गुरूवार से लगातार कई घंटे हुई बारिश के वजह से शमशान में बनाए तीन मंदिर पानी में डूब गए हैं। इसके अलावा शमशान में गंदगी का अंबार लग जाता है जोकि पानी के साथ बहकर आता है और यह सब कुछ हो रहा है, यहां के पांच कारखानों की वजह से जो नदी की जमीन पर अवैध रूप से अतिक्रमण कर रहे हैं। वही एक और स्थानीय निवासी भैरव चटर्जी ने भी कहा कि आज इकड़ा गांव के लोगों द्वारा विभिन्न कारखाना प्रबंधन के लोगों से मुलाकात की जा रही है और उनसे अनुरोध किया जा रहा है कि वह इस तरह से अतिक्रमण न करें क्योंकि इससे लोगों को बहुत परेशानी हो रही है। उन्होंने कहा कि अगर इसके बाद भी कारखानों के मनमानी जारी रही तो यहां के लोग उसे बर्दाश्त नहीं करेंगे।