राहुल तिवारी, एएनएम न्यूज़: स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के नाम पर आए 31 लाख रुपये के फंड में भारी गड़बड़ी का मामला सामने आया है। सालानपुर ब्लॉक प्रशासन ने "आदर्श संघ महिला मल्टीपर्पस सोसाइटी लिमिटेड" के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराया है। यह एफआईआर सालानपुर थाना में केस नंबर 58/25 के तहत दर्ज की गई है।
ब्लॉक प्रशासन की ओर से दर्ज शिकायत के अनुसार, संघ की दो कम्युनिटी सर्विस प्रोवाइडर—संघ की प्रमुख बसंती सोरेन और उनकी सहयोगी रासमणि बेसरा पर सरकारी फंड के दुरुपयोग का गंभीर आरोप है। दोनों पर आरोप है कि उन्होंने बैंक से चेक के माध्यम से पैसे निकालकर उसे जरूरतमंद महिलाओं तक पहुंचाने के बजाय पूरी राशि का निजी लाभ के लिए दुरुपयोग किया।
बीडीओ देबांजन विश्वास ने बताया कि यह फंड राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (NRLM) के तहत वर्ष 2019 से 2021 के बीच दिया गया था। इसका उद्देश्य था स्वंय सहायता समूह की गरीब महिला सदस्यों को 6-9% की ब्याज दर पर ऋण देना, तथा अत्यंत गरीब परिवारों को बिना ब्याज के आर्थिक सहायता देना। लेकिन लगातार ऑडिट में यह सामने आया कि को-ऑपरेटिव सोसाइटी की कैशबुक और बैंक स्टेटमेंट में भारी असंगति है।
वही बीते 2022 की ऑडिट रिपोर्ट में भी दस्तावेजों की भारी कमी पाई गई। कोई ठोस दस्तावेज या फंड उपयोग का रिकॉर्ड नहीं मिला। यह मामला तब और गंभीर हो गया जब पिछली बैठकों में भी हेराफेरी के आरोप उठे थे, लेकिन उसे दबा दिया गया था।
अब जब ब्लॉक प्रशासन ने एफआईआर दर्ज की है, पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। ब्लॉक प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि गरीबों के अधिकारों की रक्षा के लिए वे पूरी तरह सख्त रुख अपनाएंगे और पुलिस को पूरा सहयोग देंगे। सरकारी फंड के इस दुरुपयोग से स्थानीय प्रशासन में रोष है, और माना जा रहा है कि यह मामला अब कानूनी रूप से बड़ी कार्रवाई की ओर बढ़ रहा है।