दुर्गा पूजा से पहले महिलाओं के चेहरे पर झलकी ख़ुशी (Video)

नयी साड़ी और मिठाई पाकर रानीगंज राजबारी के आसपास की महिलाये की ख़ुशी का ठिकाना नहीं था। वही राजपरिवार के सदस्य का कहना था कि महिलाओं में ख़ुशी बाटने का उनका यह एक छोटा सा प्रयास है।

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Jagganath Mondal
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एएनएम न्यूज़, ब्यूरो: रानीगंज अपनी शानदार इतिहास खोता जा रहा है। इसके गौरवशाली दिन इतिहास के पन्नों में सिमट कर रह गए हैं। हालाँकि, यहाँ विरासत अभी भी राज करती है और सियारसोल राजबाड़ी के मालिया रानीगंज के सुनहरे दिनों की शानदार इतिहास का गवाह हैं।

गोविंद प्रसाद पंडित सियारसोल राजवंश के संस्थापक थे। वे अपने पिता सदाशिव पंडित के साथ बंगाल आए थे। उन्होंने 1856 में सियरसोल राज स्कूल की स्थापना की, जहां विद्रोही कवि काजी नजरूल इस्लाम छात्र थे। सियारसोल राजवंश के गौरवशाली परंपरा को आगे बढ़ाते हुए राजपरिवार के सदस्य श्रीमती अनुराधा मालिया सराफ, उनके भाई बिट्ठल नाथ मालिया और सोनिया मालिया ने रविवार इनर व्हील क्लब ऑफ़ कलकत्ता मेट्रोपोलिटन और मालिया मेमोरियल सोसाइटी के साथ मिलकर करीब 500 आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओं को साड़ी और मिठाई भेट की। 

नयी साड़ी और मिठाई पाकर रानीगंज राजबारी के आसपास की महिलाओं की ख़ुशी का ठिकाना नहीं था। वही राजपरिवार के सदस्य का कहना था कि महिलाओं में ख़ुशी बाटने का उनका यह एक छोटा सा प्रयास है। पिछले 20 सालो से वे ऐसा करते आ रहे है।