टोनी आलम, एएनएम न्यूज: पिछले कुछ दिनों में खनन क्षेत्र अंडाल और पांडवेश्वर क्षेत्र में कई धसान की घटनाएं सामने आई हैं। कुछ दिन पहले पांडबेश्वर विधानसभा के अंडाल थाना क्षेत्र के पडशकोल क्षेत्र में बहुला से काजोरा जाने वाली मुख्य सड़क पर बड़ी दरारें आने से स्थानीय लोग सहमे हुए थे। यहां तक कि वह उस क्षण दहशत में घर-दुकान छोड़ कर भागने को मजबूर हो गये थे।
फिर इसी महीने की 26 तारीख को सुबह सात बजे ईसीएल के केंदा क्षेत्र के शंकरपुर ओपन पिट खदान क्षेत्र में दहशत फैल गई। एक लॉरी चालक ने बताया कि रात करीब डेढ़ बजे अचानक उन्हें झटके महसूस हुए। भले ही उस वक्त उनको कुछ समझ नहीं आया, लेकिन सुबह देखा गया कि इलाके के अलग-अलग हिस्सों में गहरी दरारें आ गई हैं। ईसीएल के अधिकारियों को सूचना दी गई तो अंडाल थाने की वनबहाल चौकी से पुलिस मौके पर आई। सुरक्षा की दृष्टि से उस समय खनन कार्य को रोक दिया गया था। लेकिन खतरे की आशंका के बीच ही दोबारा खनन कार्य शुरू हो गया।
शुक्रवार को फिर से केंदा क्षेत्र के शंकरपुर ओपन पिट खदान में पुरानी दरारें बड़ी हो गई और खदान क्षेत्र व आसपास के गांवों में दहशत फैल गई। स्थानीय लोगों का दावा है कि खदान के पंप हाउस तक पुरानी दरारें पंहुच गई हैं। एक स्थानीय निवासी ने बताया कि इस दरार के कारण क्षेत्र कभी भी धसान की चपेट में आ सकता है, इसलिए वे डरे हुए हैं। खदान से 500 मीटर दूर दो गांव हैं। खदान क्षेत्र में आए दिन दरारें दिखाई दे रही हैं। यह आने वाले दिनों में गांव तक पहुंच सकता है, इस दरार से कभी भी भुधसान हो सकता है। ईसीएल के अधिकारी हर चीज के प्रति उदासीन हैं। सिदुली से शीतलपुर जाने वाली मुख्य सड़क के दोनों ओर गहरी दरारें आ गई हैं। खदान स्थल से 300 मीटर दूर दिघिर बागान नामक बस्ती है। दिघीर बागान इलाके के निवासी अरसद हुसैन ने कहा कि जिस तरह से दरारें धीरे-धीरे बढ़ रही हैं और आसपास के मैदान धीरे-धीरे बैठ रहे हैं, उससे उन्हें डर लग रहा है। उन्होंने कहा कि ईसीएल को बार-बार इस बारे में बताने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई। अरशद हुसैन ने कहा कि पीसीएल के अधिकारी जल्द ही गांव के लोगों की सुरक्षा के लिए उचित कदम उठाएं। नहीं तो कभी भी हादसा हो सकता है।