शिशु विकास केंद्र में समस्याओ का अंबार, बच्चों पर पड़ रहा है बुरा असर

शिशु विकास केंद्र के आस-पास पार्थनियम जैसे खतरनाक पौधे हैं। वही आईसीडीएस केंद्र के शौचालय की स्थिति भी इतनी खस्ताहाल बनी हुई है कि यह इस्तेमाल के उपयोगी नही है।

author-image
Ankita Kumari Jaiswara
New Update
17 jamuria

टोनी आलम, एएनएम न्यूज़: जामुड़िया पंचायत समिति की केंदा ग्राम पंचायत अंतर्गत ईस्ट केंदा हरिजन पाड़ा स्थित शिशु विकाश केंद्र (आईसीडीयस) संख्या 20 की बेहद जर्जर हालत है। केंद्र में सुविधाओं के अभाव के कारण बच्चों की प्राथमिक शिक्षा पर बुरा असर पड़ रहा है। यहां पांच वर्ष तक के बच्चों को पढ़ाने के साथ ही उन्हें मध्यान भोजन कराया जाता है। इस आइसीडीएस केंद्र में एक शिक्षिका तथा भोजन बनाने वाली महिला सुबह 8 बजे से 11:30 बजे तक रहती है। केंद्र में विद्युत की कमी से पढ़ने वाले बच्चो की संख्या काफी कम है। इसके अलावा यहां पानी की भी सुविधा नहीं है। मध्यान भोजन बनाने के लिए महिला सहायिका को स्थानीय गोसाई मंदिर के पास के पानी टंकी से पानी लाना पड़ता है। इस शिशु विकास केंद्र में गैस चूल्हा के अभाव में चूल्हा पर खाना बनाया जाता है। इस वजह से कोयले के धुएं से दीवार काली हो गई है। इस वजह से भी केंद्र में बच्चे काफी कम आते है। इस आईसीडीएस केंद्र के आस पास गंदगी तथा जंगली पौधों  की वजह से लोग अपने बच्चों को केंद्र में नही भेजना चाहते है। आपको बता दें कि शिशु विकास केंद्र के आस-पास पार्थनियम जैसे खतरनाक पौधे हैं। वही आईसीडीएस केंद्र के शौचालय की स्थिति भी इतनी खस्ताहाल बनी हुई है कि यह इस्तेमाल के उपयोगी नही है। शिशु विकास केंद्र में समस्याओ का अंबार लगा हुआ है।