राहुल तिवारी, एएनएम न्यूज: ओडिशा (Odisha) के बालासोर में हुए दर्दनाक ट्रेन हादसे में सैकड़ों लोगों की जान चली गई, वहीं हजारो लोग घायल हैं। घायलों का अस्पतालों में इलाज चल रहा है। वहीं इस हादसे में भाग्यशाली रहे लोगों को अब सुरक्षित उनके घरों तक पहुंचाने का काम जारी है। इसी कड़ी में सालानपुर प्रखंड के रूपनारायणपुर (Rupnarayanpur) निवाशी ऋतिशंकर रॉय (ritishankar roy) एंव चित्तरंजन निवाशी मुनेश कुमार, राकेश कुमार रंजन और संजय पाल को बालासोर से हावड़ा एंव हावड़ा से ट्रेन द्वरा चित्तरंजन लाया गया l बता दे ये चारों लोग एक साथ इलाज के लिए बीते 27 मई को बेंगलुरू गए थे। जहाँ से वापसी के समय बीते एक जून को सभी लोग यशवंतपुर-हावड़ा सुपरफास्ट ट्रेन से वापस हावड़ा लौट रहे थे। इस दौरान ट्रेन हावड़ा पहुचने से पहले ही भयावह ट्रेन हादसे का शिकार हो गई। वही भयावह ट्रेन हादसे में भाग्यशाली रूप से बचे रूपनारायणपुर निवाशी ऋतिशंकर रॉय को बुधवार बराबानी विधायक प्रतिनिधि ने पुष्पगुच्छ एंव मिठाई दे कर सकुशल वापसी के लिए उनके घर जा कर सुभकामनाएँ दी। इस मौके पर जिला परिषद कर्माध्यक्ष मोहम्मद अरमान, प्रखंड पंचायत समिति अध्यक्ष फाल्गुनी कर्मकार घासी, उपाध्यक्ष बिधुत मिश्रा एंव अन्य मौजूद रहे।
इस दौरान ऋतिशंकर रॉय ने सभी से ट्रेन हादसे की घटना की तस्वीरों को लब्जों में बयां करते-करते रोने लगे। उन्होंने ने कहा कि मुझे अब भी विश्वास नहीं हो रहा है ट्रेन हादसे में सकुशल घर जीवित पहुँच गया। भगवान एंव परिजनों की दुआ ने मुझे फिर से एक नया जीवन दिया है। उन्होंने बताया कि घटना ने सब को भयपूर्ण कर दिया था। चारो तरफ अंधेरा एंव चिल्लाने की आवाजें सुनाई दे रही थी। उन्होंने ने कहा कि ट्रेन के डिब्बों में कहीं पंखे से लाशें लटक रही थीं तो कहीं दरवाजे से यात्रियों के बचने की चीखें सुनाई दे रही थी। उन्होंने ने बताया कि घटना के बाद से रात तीन बजे तक सभी यात्रियों ने रेलवे लाइन के किनारे पेड़ों के नीचे रात गुजारी। इस दौरान ट्रेन के टीटीई, रेस्क्यू टीम एंव स्थानीय लोगो ने बहुत अधिक सहायता की। सूखा खाना, दवा देकर उनका सभी यात्रियों का मनोबल बनाए रखा। ऋतिशंकर ने कहा कि ऐसे हादसे की निष्पक्षता से जाँच हो एंव दोषियों के खिलाफ करवाई हो।