राजनीतिक उथल-पुथल शुरू! 'रोड नहीं तो वोट नहीं' (Video)
सड़क के लगभग बैठ जाने के कारण पानी जमा हो रहा है, नतीजतन सड़क पर जमा पानी क्षेत्र के लोगों के लिए खतरा बढ़ा रहा है। ईसीएल के सभी दलों के नेताओं को बार-बार बताने के बाद भी काम में रत्ती भर भी प्रगति नहीं हुई।
टोनी आलम, एएनएम न्यूज़: दुर्गापुर फरीदपुर प्रखंड के प्रतापपुर ग्राम पंचायत के जामगड़ा इलाके में करीब तीन किलोमीटर लंबी सड़क करीब एक साल से जर्जर है। ग्रामीणों की शिकायत है कि ईसीएल की झांझरा कोलियरी द्वारा कोयला खनन के कारण सड़क ध्वस्त हो गयी है। सड़क के लगभग बैठ जाने के कारण पानी जमा हो रहा है, नतीजतन सड़क पर जमा पानी क्षेत्र के लोगों के लिए खतरा बढ़ा रहा है। ईसीएल के सभी दलों के नेताओं को बार-बार बताने के बाद भी काम में रत्ती भर भी प्रगति नहीं हुई।
सड़क परियोजना शुरू तो हुई लेकिन केंद्र और राज्य के बीच अघोषित शीत युद्ध में सड़क वैसे ही पड़ी हुई है। क्षेत्र के लोगों को इसी सड़क से होकर अपनी जिंदगी गुजारनी पड़ती है। आसनसोल लोकसभा केंद्र के पांडेश्वर विधानसभा क्षेत्र के इन दो बूथों 209 और 210 के लगभग तीन हजार लोगों ने मतदान बहिष्कार का आह्वान किया। इलाके की दीवारों पर 'रोड नहीं तो वोट नहीं' का नारा लिखा हुआ है। इस क्षेत्र में लगभग 5,000 लोग रहते हैं और क्षेत्र में लगभग 3,000 मतदाता हैं।
अब स्थानीय लोगों के वोट बहिष्कार के फैसले से स्थानीय प्रशासन से लेकर सभी राजनीतिक दल काफी असहज हैं। अब स्थानीय प्रशासन का कहना है कि वह बातचीत के जरिए इस मुद्दे को सुलझाने की कोशिश कर रहे है, क्योंकि वह यह सुनिश्चित करने का प्रयास करेंगे कि हर कोई इस लोकतांत्रिक प्रक्रिया में भाग ले। दूसरी और जब आम लोग लोकसभा चुनाव से पहले जर्जर सड़कों के सुधार की मांग कर रहे हैं, तो इस घटना पर राजनीतिक उथल-पुथल भी शुरू हो गई है। जब घटना की जिम्मेदारी को लेकर राजनीति में विवाद शुरू हो गया है तब जनता जनार्दन कह रही थी, ''रोड नहीं तो वोट नहीं।