टोनी आलम, एएनएम न्यूज़, जामुड़िया: ईसीएल केंदा एरिया अंतर्गत न्यू केंदा कोलियरी के दो नंबर कहार पाड़ा के पास धीरे-धीरे जमीन धंसने की घटना से लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है। स्थानीय लोग आतंक के साए में रात-दिन गुजार रहे है। स्थानीय कहार पाड़ा के लोगों ने बताया की लगभग एक दशक पहले सबसे पहली बार धसान की घटना घटी जिसके बाद जमीन के अंदर से आग व धुवां निकलना शुरू हो गया था। वही घटना के बाद आनन फानन में ईसीएल प्रबंधन द्वारा छाई एव मिट्टी भराई का काम शुरू कर दिया गया। अब घटना के 10 साल बीत जाने के बाद फिर से जमीन धीरे धीरे धंसना शुरू हो गया है जो लोगो के लिए परेशानी का कारण बन जायेगा। इसके अलावा धंसना स्थल के पास से ही केंदा-परसिया सड़क मार्ग है जिसपर आवागमन करने वाले लोगों के लिए खतरनाक साबित होगा।
इस बारे में जब हमने जमुड़िया पंचायत इलाके के कर्माध्यक्ष उदीप सिंह से बात की तो उन्होंने कहा कि ईसीएल की लापरवाही की वजह से इस तरह की घटनाएं हो रही हैं। उनका कहना था की जमीन के नीचे से कोयला निकालने के बाद बालु से भराई करने का प्रावधान है लेकिन ईसीएल द्वारा ऐसा नहीं किया जाता जिस वजह से इलाके में धंसना की घटनाएं घट रही हैं। उन्होंने इसके लिए पूरी तरह से ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड के प्रबंधन को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने प्रबंधन से मांग की की जहां पर भी कोयला का उत्खनन किया जा रहा है वहां पर अच्छे से बालु से भरा जाए ताकि इस तरह की घटना ना हो। उन्होंने कहा कि पास में ही केंदा कोलियरी है जो अभी बंद हो गया है लेकिन बालु की भराई सही से नहीं होने की वजह से धंसना की घटनाएं हो रही हैं।