Jamuria: दीवार लेखन पर गोबर पोतने की घटना से इलाके में हड़कंप

तृणमूल उम्मीदवार (Trinamool candidates) इस गोबर लेप को पवित्र मान रहे हैं और आरोप लगा रहे हैं कि विरोधियों ने यह काम किया है। उन्होंने दावा किया कि अपराधियों ने अप्रत्यक्ष रूप से उन्हें आशीर्वाद दिया है।

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Sneha Singh
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टोनी आलम, एएनएम न्यूज: विधानसभा क्षेत्र के श्यामला पंचायत (Shyamala Panchayat) क्षेत्र से 14 नंबर पंचायत समिति उम्मीदवार सिद्धार्थ राणा (Siddharth Rana) के समर्थन में लिखे गए दीवार लेखन पर गोबर पोतने की घटना से इलाके में हड़कंप मच गया। यह घटना रविवार सुबह की है। तृणमूल उम्मीदवार (Trinamool candidates) इस गोबर लेप को पवित्र मान रहे हैं और आरोप लगा रहे हैं कि विरोधियों ने यह काम किया है। उन्होंने दावा किया कि अपराधियों ने अप्रत्यक्ष रूप से उन्हें आशीर्वाद दिया है। उन्होंने कहा कि गाय को हम अपनी माता मानते हैं और उनके घर में रिवाज है कि रोजाना सुबह घर को गाय के गोबर से लीपा जाता है तो उनके दीवार लेखन पर गाय के गोबर से जो लीपा गया है उससे उनको आशीर्वाद मिलेगा और वह यह समझते हैं कि अब उनकी जीत सुनिश्चित है। 

 हालाँकि, भाजपा नेतृत्व ने गोमाता के गोमूत्र या गोबर से शुद्धता (purity) या शुद्धिकरण का विचार व्यक्त किया। इस बार तृणमूल उम्मीदवार ने उसी लहजे में बीजेपी की भाषा बोली। और इसी को लेकर सियासी कटाक्ष शुरू हो गया है। साल भर गाय, गाय का दूध सोना आदि के बारे में बात करने के लिए दिलीप घोष पर तंज कसने वाली तृणमूल चुनाव के दौरान तृणमूल ने गोमूत्र या गोबर के पक्ष में बात की। वामपंथियों का दावा है कि इसीलिए उन्होंने कहा कि बीजे मूल यानी बीजेपी और तृणमूल अलग नहीं हैं। वे भी राय में एक जैसे ही हैं। गोमूत्र या गोबर के शुद्ध होने के बीजेपी के दावे को तृणमूल ने मान लिया है यानी देर से ही सही, उन्हें होश आ गया है। क्योंकि वोट देना बहुत बड़ी बात है। तो अब तृणमूल भी बीजेपी (BJP) के सुर में बोलती नजर आ रही है।