टोनी आलम, एएनएम न्यूज़: जामुड़िया (jamuria)के सात ग्राम क्षेत्र के सात ग्राम परियोजना स्थित कोयला खदान (coal mine) में आग लगने की घटना से दहशत फैल गयी। कोयला खदान के श्रमिकों ने खदान के लगभग 800 फीट गहरे सुरंग में परित्यक्त कोयला खदान के स्तर पर इस आग को देखा। इस घटना की जानकारी खदान के अधिकारियों को देने के बाद कोयला के उच्च पदस्थ अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंचे और आग बुझाने की कोशिश की। उस हिस्से में धुआं निकलते देख, कोयला खदान क्षेत्र में रेत और ईंटों सहित विभिन्न सामग्रियों को इकट्ठा किया गया है ताकि आग को बढ़ने से रोकने की व्यवस्था की जा सके और ऑक्सीजन उस क्षेत्र तक न पहुंच सके।
बताया जा रहा है कि फिलहाल अग्निशमन कर्मी (firefighter) और बचाव दल ही कोयला खदान के अंदर पहुंचे हैं, जो कोयला खदान की आग को फैलने से रोकने के लिए कदम उठा रहे हैं। ट्रेड यूनियन के नेताओं और मजदूरों ने इस बारे में थोड़ी बहुत जानकारी दी, लेकिन कोयला खदान के अधिकारियों ने कुछ भी कहने से इंकार कर दिया। हालांकि, इस मामले में खदान अधिकारी ने मौखिक रूप से कहा कि आग इतनी गंभीर नहीं थी, लेकिन वह कैमरे के सामने कुछ भी नहीं बोलना चाहते थे। ऐसे में कोयला खदान की स्थिति को लेकर हर कोई संशय में है। वही इस बारे में इस कोलियरी के एक कर्मचारी राजू मांझी ने कहा कि उन्होंने आग तो निकलते नहीं देखा लेकिन धुएं की बदबू उनको मिली है आग तकरीबन 800 मीटर नीचे लगी है और वह इतनी ज्यादा है कि अभी वहां तक पहुंचना असंभव जैसा है।
उन्होंने कहा कि बचाव दल वहां पर गया है हालांकि अभी तक किसी नुकसान की कोई खबर नहीं है। वही इसरा कोलियरी (Colliery) क्षेत्र के केकेएससी के सेक्रेटरी काजी अशरफ (Qazi Ashraf) ने कहा कि कल रात 9:00 बजे के आसपास उनको खदान में आग लगने की जानकारी मिली 10:00 बजे तक सारे कर्मियों को खदान से निकाल लिया गया। उन्होंने कहा कि काफी नीचे आग लगी है अक्सर खदान में ऐसी आग लगती रहती है और यह विभिन्न कारणों से लगती है। जैसे ही आग की खबर मिली प्रबंधन की तरफ से भी तुरंत कार्रवाई की गई क्षेत्र के जनरल मैनेजर की निगरानी में आग पर काबू पाने की कोशिश की जाने लगी। उन्होंने कहा कि प्रबंधन की तरफ से आग पर काबू पा लिया गया है और उस जगह को घेर दिया गया है ताकि वह आग और ना फैले। उन्होंने कहा की स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है।