सड़क की आस में देन्दुआ क्षेत्र की दो दर्जन फैक्ट्री

इस मार्ग में लगभग एक दर्जन फैक्ट्री है, जो कल्याणेश्वरी औधोगिक क्षेत्र के नाम से जाना जाता है, वही दूसरी इण्डस्ट्री क्षेत्र देंदुआ पंचायत के ही नाकड़ाजोड़िया क्षेत्र में है, यहाँ भी छोटी बड़ी मिलाकर लगभग दर्जन भर फैक्ट्री है।

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Sneha Singh
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Dendua

राहुल तिवारी, एएनएम न्यूज: सालानपुर प्रखंड (Salanpur block) के देंदुआ पंचायत में स्थित इंडस्ट्रीज (Industries) को 27 वर्षो के बाद भी सड़क नही मिली। बता दे करीब 27 साल पहले क्षेत्र में पहला इंडस्ट्रीज स्थापित हुई थी। जो धीरे धीरे एक से कइयों में तब्दील हो गई। आज क्षेत्र में छोटी बड़ी उद्योग कारखाना को मिलाकर करीब 50 से भी अधिक इंडस्ट्रीज स्थापित हो चूंकि है। इन प्लांटो में स्थानीय एंव बाहरी सैकड़ो लोगों को रोजगार भी प्राप्त हुआ है। बताया जाता है कि इन फैक्टरियों से सरकार को प्रतिमाह करोड़ो की राजस्व प्राप्ति होने के बाद भी, उद्योग को स्थापित हुये 27 वर्ष बित जाने के बाद भी लगभग दो दर्जन से अधिक फैक्ट्रियों (factories) को आज तक सड़क नसीब नहीं हुआ, जिसमें पहला सड़क कोदोभिटा मोड़ से महेशपुर तक को जाती है। इस मार्ग में लगभग एक दर्जन फैक्ट्री है, जो कल्याणेश्वरी औधोगिक क्षेत्र (Kalyaneshwari Industrial Area) के नाम से जाना जाता है, वही दूसरी इण्डस्ट्री क्षेत्र देंदुआ पंचायत (Dendua Panchayat) के ही नाकड़ाजोड़िया क्षेत्र में है, यहाँ भी छोटी बड़ी मिलाकर लगभग दर्जन भर फैक्ट्री है।

 विडंबना यह है कि आज तक इन फैक्ट्रियों को सड़क नसीब नहीं हुआ है, देन्दुआ ग्राम पंचायत से लेकर आसनसोल दुर्गापुर डेप्लोमेंट अथोरिटी (Asansol Durgapur Deployment Authority) को इन फैक्ट्रियों से लाखों की राजस्व प्राप्ति होती है, किन्तु आज भी इंडस्ट्रीज सड़क की बाट जोह रही है, सड़क पर बड़ी बड़ी गड्ढे बारिस के समय तालाब में परिवर्तित हो जाती है, जिससे कारखानों में उत्पाद को लाने एंव बाजरो में भेजने वाले वाहनों को कारखाने तक पहुचाने में बहुत मस्कत का सामना करना पड़ता है, मजबूरन कारखाना प्रबंधन गढ़ो को तो भर देते है पर फिर सड़क की स्तिथि जिसकी तस बन जाती है। स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रतिदिन इन सड़कों में दुर्घटना आम बात हो गई है, ड्यूटी पर जाने वाले मजदूर अक्सर फिसल कर चोटिल हो जातें है, इतना ही नहीं भारी मालवाहक को भी गड्ढों से खतरा बना रहता है। 

 कुछ इंडस्ट्रीज मालिकों ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि सड़क की मांग को लेकर एडीडीए समेत जीला साशक को कई बार आवेदन किया गया किन्तु कोई लाभ नहीं हुआ। फैक्ट्रियों की समाश्या को लेकर कोई भी गंभीर नहीं है, यही कारण है कि आज यहाँ निरंतर फैक्ट्रिया बंद हो रही है। वही मामलें को लेकर सालानपुर ब्लाक तृणमूल(आईएनटीटीयूसी) अध्यक्ष मनोज तिवारी ने बताया कि सड़क को लेकर मेयर सह बाराबनी विधायक बिधान उपाध्याय एवं एडीडीए का ध्यान आकर्षित कराया गया है, आशा करता हूँ कि इन दो महत्वपूर्ण मार्गों के लिए जल्द ही कोई सकारात्मक पहल किया जायेगा।