राहुल तिवारी, एएनएम न्यूज़: बाराबनी थाना (Barabani police station) के पुछरा ग्राम पंचायत अंतर्गत केलेजोरा स्वास्थ्य केन्द्र में बीते बुधवार सुबह कटाईडांगा क्षेत्र निवासी आदिवासी परिवार के दो माह के बच्चे को टीका देने के दूसरे दिन यानि गुरुवार को मौत (Death) हो गई। घटना के बाद आक्रोशित परिजनों ने अस्पताल परिषर में आक्रोश व्यक्त करते हुये मामले में दोषियों की गिरफ्तारी एंव जांच की मांग पर अड़ गये। घटना के विषय में बताया जा रहा है कि बीते बुधवार सुबह केलेजोरा स्वास्थ्य केन्द्र (health center) में बच्चे को टिका दिया गया था, टिका लगने के बाद बच्चे को घर ले जाया गया। जिसके बाद बच्चे के परिजनों के अनुसार, गुरुवार सुबह बच्चे के मुंह से झाग एंव नाक से खून निकलने लगा, खून निकलता देख उसे केलेजोरा अस्पताल (Kalejora Hospital) लाया गया। जहाँ चिकित्सक ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया।
घटना के बाद आदिवासी समुदाय ने अस्पताल परिषर में विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। घटना की जानकारी मिलते ही बाराबनी थाना की पुलिस मौके पर पहुंची। जिसके बाद वो स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास करने लगी। मृत बच्चे को पोस्टमार्टम (post-mortem) के लिए आसनसोल जिला अस्पताल (Asansol District Hospital) ले जाया गया। घटना की जानकारी मिलते ही आसनसोल दुर्गापुर पुलिस कमिश्नरेट की एसीपी इप्सिता दत्ता समेत हीरापुर बाराबनी सर्किल प्रभारी शिवनाथ पाल घटना स्थल पर पहुँचे। एंव बच्चे के परिजनों से बात की। पुलिस ने मामले में जाँच शुरू कर दी है। वही मृतक बच्चे के परिजनों का आरोप है कि टीकाकरण में लापरवाही की गई जिसके बाद बच्चे की मौत हुई है। जबकि एक स्वास्थ्य अधिकारी के अनुसार, मृतक बच्चे के साथ अन्य कई बच्चों को भी टिका दिया गया था, वे सभी स्वस्थ है। ऐसे में टीकाकरण को मौत का जिम्मेदार कैसे माना जा सकता है। टिका के दौरान बच्चा एकदम स्वस्थ था।