panchayat elections 2023 : CPIM पार्टी के 2 दिग्गज नेत्री ने राज्य सरकार पर कसा तंज, सिविक वालंटियर को दी चेतावनी (देखिए वीडियो)

मीनाक्षी ने कहा कि अल्पसंख्यक विकास के पैसे से इलाके में मुसलमानों के घर, शौचालय, सामुदायिक भवन और अन्य बुनियादी ढांचे का विकास किया जा सकता था, लेकिन राज्य सरकार कहती है कि वह अल्पसंख्यकों की सरकार है, लेकिन व्यवहार में स्थिति इसके उलट है। 

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Jagganath Mondal
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warned civic volunteers By minakshi

taunted the state government and warned civic volunteers

टोनी आलम, एएनएम न्यूज़ : त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव (panchayat elections 2023) प्रचार अंतिम चरण में, सीपीआईएम पार्टी के 2 दिग्गज नेत्री जामुड़िया (Jamuria) में वाम समर्थित (CPIM) प्रत्याशियों के समर्थन में प्रचार कर रहे हैं। सिविक वॉलंटियर्स को हाई कोर्ट (High Court) )के आदेश को बरकरार रखने के लिए मीनाक्षी मुखर्जी ने कहा। मीनाक्षी का हुंकार (worned) "हाईकोर्ट का आदेश नहीं मानने पर जेल जाना होगा।" 

आज चुरुलिया ग्राम पंचायत के चुरुलिया (Churulia) के चौधरी तालाब से चुरुलिया हटतला तक चुनावी जुलूस निकला। जुलूस के अंत में मीनाक्षी मुखर्जी (Meenakshi Mukherjee) और आइशी घोष ने एक सभा को संबोधित किया। इस सभा से मीनाक्षी मुखर्जी ने राज्य सरकार (state government) पर तंज कसा।  

1- उन्होंने कहा कि वित्तीय वर्ष 2021-22 में केंद्र ने पश्चिम बंगाल (West Bengal) में अल्पसंख्यकों के विकास (minorities development) के लिए 800 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। लेकिन राज्य सरकार 400 करोड़ रुपये खर्च नहीं कर सकी और साथ ही खर्च किये गये पैसे का हिसाब नहीं दे पायी। परिणामस्वरूप चुरुलिया के मुस्लिम समुदाय के गरीब मेहनती लोग इस पैसे से मिलने वाली लाभ से वंचित हो गई है। मीनाक्षी ने कहा कि अल्पसंख्यक विकास के पैसे से इलाके में मुसलमानों के घर, शौचालय, सामुदायिक भवन और अन्य बुनियादी ढांचे का विकास किया जा सकता था, लेकिन राज्य सरकार कहती है कि वह अल्पसंख्यकों की सरकार है, लेकिन व्यवहार में स्थिति इसके उलट है। 

2- इस जुलूस में कुछ सिविक वोलेंटियर्स (civic volunteers) को देखकर उन्होंने कहा कि हाई कोर्ट के आदेश के मुताबिक वे लोग चुनाव प्रचार जुलूस में हिस्सा नहीं ले सकते है। उन्होंने सिविक वॉलंटियर्स से कहा कि अगर वे हाई कोर्ट के फैसले का पालन नहीं करेंगे तो उनकी नौकरी चली जायेगी और उन्हें जेल की हवा खानी पड़ेगी। 

3-अगर पुलिस निष्पक्ष हो और चुनाव आयोग अपनी उचित भूमिका निभा सके तो लोग क्रोधित होकर इस सरकार के चोरों को जड़ से उखाड़ फेंकेंगे। 

इस सभा से आइशी घोष (Aishe Ghosh) ने कहा कि सत्तारूढ़ दल ने नामांकन पत्र जमा करते समय अत्यधिक आतंक और धमकियों का इस्तेमाल किया। फिर भी आम लोगों ने नामांकन पत्र जमा किया। नामांकन पत्र वापस लेने की धमकियों के बावजूद उनके उम्मीदवार और कार्यकर्ता लड़ना जारी रखे हुए हैं। मतदान के दिन वोट लूटने की योजना है। इसलिए उन्होंने आम लोगों से अपील की कि बूथ लूट को रोकने के लिए एकजुट हों